सीमांचल में गूंजा पाकिस्तान मुर्दाबाद, मस्जिदों में काला पट्टी बांध नमाजियों ने मांगी आतंकवाद के खत्म करने की दुआ

कहा, भारतीय मुसलमान भारत के साथ, हर आतंकवाद का देंगे मिलकर जवाब

 

अशोक झा, सिलीगुड़ी: पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या में पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर हर जगह पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बिहार बंगाल सीमांत क्षेत्र में जुम्मे की नमाज के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। हाथ में काला फीटा बांधकर नमाज पढ़ा गया। नमाज पढ़ने के बाद मुसलमानों ने एक सूर में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये।
सिलीगुड़ी, नक्सलबाड़ी, फासीदेवा, एनजेपी, खोरीबारी, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूच बिहार, दिनहाटा , इस्लामपुर, चोपड़ा, पांजीपाड़ा तथा बिहार के ठाकुरगंज के जमा मस्जिद में जुमे की नमाज़ के दौरान AIMIM सीमांचल युवा संगठन प्रभारी गुलाम हसनैन ने पहलगाम हमलें की निंदा और विरोध करने के लिए नमाज़ियों को काली पट्टी बांटी और बांधी। नमाज़ियों ने काली पट्टी को बाजू पर बांध हमलें की निंदा और विरोध करते हुए नमाज़ अदा की। हसनैन ने कहा कि एक बेगुनाह इंसान का कत्ल, सारी इंसानियत का कत्ल है। आतंकवादियों ने जो कायराना हरकत किया है, उसकी सजा उसे जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये लोग नकारा है, नालायक.,कमीना और सुअर का औलाद है। वही मस्जिद में नमाज पढ़ने आए मुसलमानों ने एक सूर में हिन्दुस्तान जिंदाबाद, इंडियन आर्मी जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। कहा कि आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, आतंकवादियों को ऐसी सजा दी जानी चाहिए कि उसका सात नश्ल याद रखे। हम यह ये संदेश देना चाहते हैं हिन्दू-मुस्लिम-सीख-ईसाइ सब भाई-भाई है। हमलोग जुम्मा का नमाज पढ़कर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं। पाकिस्तान भारत के भाई चारा को खत्म कराने की साजिश रच रहा है। उन्हें पता होना चाहिए कि भारत के मुसलमानों ने देश की लड़ाई में अपना खून पसीना बहाया है। आतंकवादियों का ना तो कोई धर्म होता है और ना ही कोई जात होती है। ना किसी मजहब के होते है। आतंकवाद के खिलाफ भारतीयों मुसलमानों ने अपनी आवाज बुलंद है और आगे भी रहेगा। जुम्मे की नमाज अदा करने के दौरान काला फीटा लगाकर इस कायराना हरकत का विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि वे भारत के वफादार नागरिक हैं। वे किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन नहीं करते। यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

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