कोलकोता में ईडी के शिकंजे में आया पाकिस्तानी नागरिक , आईएसआई की आशंका
12 वर्षों से अवैध रूप से रहकर बांग्लादेशियों का बनाता था फर्जी दस्तावेज

अशोक झा, कोलकाता: कोलकाता में ईडी ने एक एक शख्स को गिरफ्तार किया था, जो अपने आपको बांग्लादेशी बता रहा था लेकिन जांच में पता चला कि वह एक पाकिस्तानी नागरिक है। 15 अप्रैल को बंगाल से आजाद मलिक नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था, लेकिन उसका असली नाम आजाद हुसैन बताया जा रहा है।ईडी सूत्रों के मुताबिक, आजाद के पास से ऐसी अहम दस्तावेज और ऑडियो क्लिपिंग्स बरामद की गई हैं। जो उसे पाकिस्तानी नागरिक साबित करने के लिए पर्याप्त हैं। आजाद को आज कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे 8 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
12 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था पाकिस्तानी नागरिक: आजाद के खिलाफ ईडी ने विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14 और 14 ए के तहत एक एफआईआर दर्ज की है. जांच में पाया गया कि आजाद पिछले 12 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था और वह बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए फर्जी भारतीय पहचान दस्तावेज तैयार करने में शामिल था। इसके बदले में वह मोटी रकम वसूलता था। आईएसआई से नकेक्शन के मिले सबूत! : मामले में ईडी ने कहा कि जांच में आजाद के पाकिस्तानी नागरिक होने और उसके आईएसआई से संभावित कनेक्शन के सबूत मिले हैं। एजेंसी ने कहा कि वह इस दिशा में और गहराई से जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई का एजेंट है।गिरफ्तारी के बाद से, एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि आजाद ने कितने अवैध प्रवासियों को फर्जी दस्तावेज दिलाने में मदद की है। इस खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया है और देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती पेश की है