यूपी के शो विंडो में सुपरटेक बिल्डर ने घर दिया नहीं खड़ा हो गया बायर्स के पीड़ा का विशाल पर्वत
सुप्रीम कोर्ट ने आईंआरपी नियुक्त किया लेकिन 9 महीने में कुछ नही हुआ काम बायर्स निराश
नोएडा। यूपी के शो विंडो नोएडा में घर खरीदारों के दर्द को अगर देखा जाए तो हजारों नहीं लाखों फ्लैट बायर्स के दर्द और पीड़ा का विशाल पर्वत बन जायेगा। एक छत की आस में घर की पूंजी लगाने के बाद सालों से ठगी और धोखे के शिकार इन खरीदारों की पीड़ा का अहसास करना ही तो किसी बायर्स से पूछकर देखिये, आपको अहसास होगा किस तरह यह सिस्टम के सताये हैं। सबसे ज्यादा दर्द सुपरटेक इको विलेज 2 के सैकड़ों खरीदारों को है जो सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद भी 9 महीने से असहाय है। इनके दर्द को मीडिया में जो जगह मिलनी चाहिए नहीं मिल रहा है। र नोएडा। सुपरटेक बिल्डर द्वारा नोएडा में नियम-कानून को ताक पर रखकर टिवन टॉवर खड़ा करने के बाद उसको जमींदोज होते दुनिया ने देखा लेकिन इस बिल्डर के ठगी के शिकार घर खरीदारों का दुख कोई नहीं देख रहा है। सोशल मीडिया पर इन खरीदारों का दुख-दर्द उमड़ रहा है। सुपरटेक बिल्डर के ठगी के शिकार लखनऊ के संजीव सिन्हा की कहानी सुनकर तो आप रो पड़ेंगे। वह अकेले इनकी तरफ सैकड़ों घर खरीदार खून के आंसू रो रहे हैं लेकिन मीडिया हाउस को इन खरीदारों के आंसू नहीं बिल्डर का दर्द ही दिख रहा है। इन घर खरीदारों के दर्द का नाम गिनाए तो सूची बहुत लंबी होगी। कोरोना में किसी ने पति खोया तो कोई नौकरी लेकिन इक छत की आस में किस तरह ईएमआई चुकाने के बाद यह बेबस है, इसे देख और सुनकर ही दर्द महसूस होता है। संतोष चौधरी, संदीप श्रीवास्तव, आशीष नौरोली, शशि ज्योति, कमलिनी प्रसाद, अभिलाषा पाठक, पारोमिता बनर्जी सहित सैकड़ों नाम है जिनके दिल मे दर्द का सागर है। यह दर्द नेताओं को चुनाव के समय भाषण में झलकता है। चुनाव खत्म तो इनको भूल जाते हैं।