बाघों की दहाड से गूंजने लगे चित्रकूट के जंगल
यूपी में बुन्देलखंड के चित्रकूट में रानीपुर वन्य जीव विहार को उत्तर प्रदेश सरकार ने टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया है। जिसके बाद क्षेत्र में आए दिन बाघों की चहल कदमी देखने को मिल रही है। ताजा मामला धारकुंडी आश्रम के पास का है । जहां सड़क किनारे जंगल के पास बुधवार को एक बाघ आराम करते हुए नजर आया है।
चित्रकूट जिले के मानिकपुर मारकुंडी से सटे विंध्य पर्वत श्रंखलाओं से घिरे यूपी-एमपी के घनघोर जंगल अब बाघ की दहाड़ में गूंजने लगे हैं। इन जंगलों में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व से अब तक यहां काफी संख्या में बाघ आ चुके हैं। यूपी एमपी दोनों तरफ इनकी संख्या 20 के करीब पहुंच गई है।
बढ़ रहा है बाघों का कुनबा
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चित्रकूट के यूपी-एमपी सीमा में घनघोर जंगल हैं। यह जंगल धर्म नगरी चित्रकूट से लेकर छतरपुर तक हैं। इसमें यूपी एमपी के सीमावर्ती कई जनपद आते हैं। संरक्षित वन जीव अब चित्रकूट के जंगलों की सीमा वाले जंगलों में अपना बसेरा बना रहे हैं। यहां पर बाघों का कुनबा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। यूपी की तरफ मानिकपुर मारकुंडी के इलाके के जंगलों में बाघ भालू तेंदुआ आदि वन्य जीवों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बुधवार की दोपहर धारकुंडी आश्रम के पास एक बाघ ने दहाड़ लगाई तो आसपास मौजूद लोग सहम गए। जंगल में मवेशी चरा रहे लोग भाग निकले। बाघ काफी देर तक आराम फरमाते नजर आया।