बुल्गारिया में भारत के राजदूत ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन से की मुलाक़ात

बल्गेरियाई विश्वविद्यालयों के साथ बीएचयू की साझेदारी बढ़ाने पर चर्चा

• भारत को जानने के लिए है काफी उत्सुकता व रुचि: राजदूत संजय राणा
• कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने एक्सचेंज कार्यक्रमों की निरंतरता सुनिश्चित करने पर दिया ज़ोर

वाराणसी: बुल्गारिया में भारत के राजदूत श्री संजय राणा ने आज कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन से मुलाकात की। बैठक के दौरान बल्गेरियाई विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ काशी हिंदू विश्वविद्यालय की साझेदारी और सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। राजदूत संजय राणा ने कहा कि बुल्गारिया में भारत के बारे में अध्ययन करने और देश को बेहतर तरीके से जानने की उत्सुकता है। उन्होंने कहा कि लोग भारतीय संस्कृति, सभ्यता, कला और दर्शन के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाने में बहुत रुचि रखते हैं। श्री राणा ने कहा कि इंडोलॉजी एक ऐसा क्षेत्र है जिसे लेकर बुल्गारिया में काफी जिज्ञासा देखने को मिलती है। ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, क्योंकि जब इंडोलॉजी पर प्रामाणिक ज्ञान देने की बात आती है तो बीएचयू की प्रतिष्ठा व विशेषज्ञता बेजोड़ है। उन्होंने बताया कि बुल्गारिया के प्रमुख संस्थान सोफिया विश्वविद्यालय में पहले से ही इंडोलॉजी विभाग है।

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय अपने छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए नए अवसर पैदा करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग को और गति देना चाहता है। कुलपति ने कहा कि बीएचयू प्राचीन भारतीय ज्ञान से लेकर आधुनिक विज्ञान तक विविध विषयों में शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय बल्गेरियाई विश्वविद्यालयों के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी सहमति में शामिल होने का इच्छुक है।

राजदूत ने कहा कि भारत और बुल्गारिया के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान की कई गतिविधियां हो रही हैं। यह बीएचयू को इसका हिस्सा बनने और विद्यार्थियों व शिक्षकों को लाभान्वित करने का अवसर प्रदान करता है। कुलपति ने दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित करने के लिए आदान-प्रदान कार्यक्रमों की निरन्तरता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय को बल्गेरियाई शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञों और शिक्षाविदों की मेजबानी करने में खुशी होगी। कुलपति ने विजिटिंग स्टूडेंट्स प्रोग्राम विकसित करने की संभावनाओं का पता लगाने का भी सुझाव दिया, जो बुल्गारिया के छात्रों को बीएचयू में तथा बीएचयू के छात्रों को बुल्गारिया में लघु अवधि प्रोग्राम का भाग बनने का मार्ग प्रशस्त करें।

बैठक के दौरान यूजीसी-मानव संसाधन विकास केंद्र, बीएचयू, के निदेशक, प्रोफेसर आनंद वर्धन शर्मा भी उपस्थित रहे ।

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