चित्रकूट में मिली रामायण कालीन प्राचीन गुफा, अंदर जाने का साहस नहीं जुटा पा रहा है अभी कोई
यूपी में चित्रकूट जिले के दर्शनीय स्थल गुप्त गोदावरी के निकट करीब 20 फीट चौडी गुफा दिखाई दी है। इसे देखकर यहां आने-जाने वाले श्रद्धालु और चित्रकूट के सारे संत-महंत बहुत आश्चर्यचकित हैं। गुप्त गोदावरी के आस-पास बसे ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी है। लोगों ने गुफा मिलने की जानकारी पुरातत्व विभाग को भी भेजी है।
चित्रकूट राम मंदिर के महंत स्वामी दिब्यजीवन दास का कहना है कि यह गुफा भगवान राम के वनवास काल के समय की हो सकती है। वनवासी राम ने चौदह वर्ष के वनवास काल मे अपने अनुज लछ्मण, और पत्नी सीता के साथ चित्रकूट मे बारह वर्ष बिताये थे। यहां राम, लछमण, सीता और तपस्यारत ऋषि-मुनियों से जुडी तमाम कंदरायें,गुफायें,और अनेकों तपोस्थल पाये जाते हैं। चित्रकूट की पावन धरा,और वनांचल को साधु-संतों की तपोभूमि माना जाता है। संभव है यह प्राचीन गुफा किसी प्राचीन ऋषि-मुनि की साधनास्थली रही हो। जो अब दिखाई पडी है।
गुप्त गोदावरी मे रहने वाले पंडित राम स्वरुप, आनंदीलाल, बिजय बहादुर, रमेश चंद्र, सुभाष, आदि का कहना है कि इस गुफा की लंबाई सैकडों फीट हो सकती है। गुफा के अंदर विषैले जीव-जन्तु भी हो सकते हैं। जिनकी वजह से कोई भी ब्यक्ति गुफा के अंदर प्रवेश करने का साहस नहीं जुटा पा रहा।