ग्रेटर नोएडा में घर खरीदारों का बिल्डरों के खिलाफ चिलचिलाती धूप में प्रर्दशन
यूपी के शो विंडो नोएडा में घर खरीदारों के सब्र का बांध टूटने लगा। बिल्डरों के हाथों लाखों रुपये देने के बाद भी आज घर के लिए सड़क पर आने को मजबूर हैं। रविवार को ग्रेटर नोएडा में सैकडों घर खरीदार हाथ मे तख्ती बैनर लिए प्रदर्शन करने के साथ सरकार से घर दिलाने की मांग की।
बिल्डरों के साथ सरकारी मशीनरी के आश्वासन खोखले निकलने के बाद पिछले नवंबर से हर रविवार को लगतार होमबॉयर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अफसोस की बात यह है सरकार की तरफ से कोई भी कदम नहीं दिखाई दे रहा है। होमबॉयर्स के करोड़ रुपये किस जगह भेजा गया बिल्डर द्वारा इस अधूरे प्रश्न का आज तक कोई जवाब नहीं मिला है। रेंटल स्कीम सबवेंशन के झांसा देकर जिस तरह होमबॉयर्स को लूटा गया दुनिया के किसी देश में ऐसी लूट नहीं हुई होगी।
कोविड के दौरान घर का सपना लिए कई इस दुनिया से चले गए। आज की तारीख में किसी ने अपना पति खो दिया है तो कोई हॉस्पिटल में बरसों से कैंसर जैसे कहीं बीमारी का मुकाबला करते हुए संघर्ष कर रहा है। लेकिन दुख की बात हजार बार मांग करने के बाद भी ईडी/ सीबीआई/ईओडब्ल्यू जैसी संस्था से होमबॉयर्स के साथ बिल्डर की करतूत को जनता के सामने लाने का काम नहीं कर रही हैं।।
आज घर खरीदार बढ़ती महंगाई से बुरी तरह परेशान हैं।
रेंट+ईएमआई+ बच्चों की स्कूल फीस+ मेडिकल खर्चे + कोर्ट फीस यह सब घर खरीदारों को मौत के दरवाजा पर ला रही है। दूसरी तरफ बिल्डर इनसॉल्वेंट घोषित कराकर खुले आम नए नए प्रोजेक्ट लॉन्च कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट से आईआरपी भी खेल में शामिल दिखता है। सुपर टेक इको विलेज के आरपी ने सिर्फ या सिर्फ अपनी फीस तय किया आने का बाद या 25 माहिना बर्बाद कर दिया। अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने की दिशा में कोई काम नहीं हुआ। होमबॉयर्स की डिमांड है जिस घर के लिए 10 साल से अधिक इंतजार किया उस घर के सपनों को पूरा करें । एनबीसीसी या कोई ऐसे संस्थान से अधूरे प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन का काम पूरा करें। इस विरोध प्रदर्शन में अमरदीप सिंह, मधु अरोरा, सरोज अरोरा, मीनाक्षी, पारोमिता बनर्जी, विवेक कुमार, रंजीत गुप्ता, पंकज तिवारी सहित अनेक लोग शामिल थे।