बायर्स के पैसे से अरबपति बना बिल्डर कोर्ट से चंद घंटे में रिहा,खरीदार सालों से मांग रहे न्याय
नोएडा। यूपी के शो-विंडो में घर खरीदारों के अरबों रुपये हड़पने के बाद खुले आम घूम रहे बिल्डर कोर्ट में पेश होने के बाद आश्वासन के बल पर रिहा हो जा रहें हैं वहीं खरीदार सालों से भटक रहे हैं। सुपरटेक बिल्डर के हाथों ठगे महसूस कर रहे ईकोविलेज-2 के घर खरीदार कुछ ऐसा ही सोच रहे हैं। सालों से सिर्फ इंतजार कर रहे इन घर खरीदारों के मन में कुछ सवाल है जो सोमवार से उफान मार रहा है। इनका सवाल है अगर सुपरटेक बिल्डर का मालिक आरके अरोड़ा अपने को कानून से बचाने के लिए किस पेड़ से पैसे उग जाते हैं जो फट से जेब से करोड़ों रुपये देने का वादा कर देते हैं वहीं इनकी जेब से घर खरीदारों के अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पैसा कहां गायब हो जाता है? पिछले 12 साल से अधिक समय से हजारों होम बायर्स घर के लिए 80 प्रतिशत से ज्यादा पैसा देने के बाद अधूरी छत के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यूपी रेरा से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक बिल्डर की तरफ से अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए फंड की कमी की बात मान ली जाती है फिर दादरी एसडीएम की अदालत में चंदघंटे हिरासत में लिए जाने के बाद किस पेड़ से करोड़ों रुपये देने का वादा करके रिहाई का रास्ता बना लिया गया? घर खरीदारों का आरोप है सुपरटेक बिल्डर के मालिक आरके अरोड़ा लाखों रुपये देने के बाद धूल-धक्कड़ से लेकर धूप-पानी में छत के लिए संघर्ष कर रहे खरीदारों को धोखा दे रहे हैं। सुपरटेक बिल्डर के हाथों ठगे महसूस कर रहे होम बायर्स राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की भी मांग कर चुके हैं। पति को कोरोना में खोने के बाद छोटी बेटी को लेकर छत के लिए संघर्ष कर रही परोमिता बनर्जी का कहना है सुप्रीमकोर्ट की तरफ से अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आरपी को नियुक्ति किया गया लेकिन 25 माह बीत जाने के बाद एक नई ईंट नहीं रखी गयी है। घर खरीदारों के तमाम सवालों के जवाब प्रशासन के पास नहीं है। कानूनी अड़चन की आड़ लेकर घर बायर्स को धोखा देकर दूसरे प्रोजेक्ट लॉंच करने में किस तरह जुटा है बिल्डर? इसका जवाब भी घर खरीदार जानना चाहते हैं। आज की तारीख सैकड़ों घर खरीदारों को लगता है वह लाखों रुपये देने के बाद भी पिजड़े में बंद हो गए हैं। कानूनी अड़चन की आड़ में तैयार पिंजरे में घर खरीदार दम तोड़ देंगे? घर खरीदार सुप्रीमकोर्ट से लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार से पूछना चाह रहे हैं क्या नोएडा में घर खरीदने का सपना देखने के बाद लाखों रुपये लोन लेकर उसकी ईएमआई भरकर चुकाना ही किस्मत में लिखा है? बारिश धूप-धूल तूफान से अधूरे प्रोजेक्ट का ढांचा भले ही कमजोर हो रहा हो लेकिन घर खरीदारों के संघर्ष का जज्बा कमजोर होता नहीं दिख रहा है। मां-बाप के संघर्ष को देखकर छोटे बच्चे भी भगवान से छत की प्रार्थना करने लगे हैं। इन मासूमों को इंतजार है मां-बाप ने जो छत बुक कराया है वह उनके जीते जी ही मिल जाए ताकि आशियाना का सुख अपनों संग वह ले सकें। हजारों घर खरीदारों को इंतजार है सुपरटेक बिल्डर का अधूरा प्रोजेक्ट कब प्रारंभ होगा? इसका जवाब न प्रशासन दे रहा है न ही कोर्ट में हिरासत में लिए जाने के बाद एक सप्ताह के अंदर करोड़ों रुपये अदा करने का आश्वासन देने वाला बिल्डर