धरनाजीवी पहलवानो के चलते विश्व कुश्ती महासंघ के फैसले के बाद अब भारतीय पहलवान देश के झंडे के नीचे हिस्सा नहीं ले पाएंगे:बृजभूषण शरण सिंह 

 

धरनाजीवी पहलवानो के चलते विश्व कुश्ती महासंघ के फैसले के बाद अब भारतीय पहलवान देश के झंडे के नीचे हिस्सा नहीं ले पाएंगे:बृजभूषण शरण सिंह

कुश्ती संघ से मै अपना और अपने बेटे को अलग कर लिया पहलवानो की मांग पर देश की नागरिकता नही छोड सकता:सांसद बृजभूषण शरण सिंह

 

 

गोण्डा।  भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल होने हलधरमऊ विकासखंड के एक निजी महाविद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन कर बोर्ड परीक्षा के टॉप 20 मेधावियों,छात्र-छात्राओं को  संबोधित करने और मेधावियों के अलावा समाजसेवियों, किसानों, गोपालकों और तमाम विधाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित कर मेडल प्रशस्तिपत्र प्रदान किया है

इस सम्मान समारोह मे पत्रकारो से बातचीत करते हुए भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह विश्व कुश्ती संघ से भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता रद्द होने के सवाल पर बोले की WFI का चुनाव ना हो पाने की वजह से सदस्यता खत्म की गई है। सरकार के आदेश पर मैंने अपने आप को कुश्ती से अलग कर लिया था। मैंने जनवरी से लेकर चार बार भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव कराने का प्रयास किया लेकिन पहलवानों की जिद और फिर हर बार कोई ना कोई अवरोध उत्पन्न होता रहा। विश्व कुश्ती महासंघ ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि 45 दिन के अंदर अगर एडहॉक कमेटी चुनाव नहीं करती है तो सदस्यता रद्द कर दी जाएगी, और यही हुआ पहले गुवाहाटी हाई कोर्ट ने स्थगन आदेश दिया फिर पंजाब हाई कोर्ट के स्थगन आदेश की वजह से चुनाव नहीं हो पाया।खिलाडियो की मांग थी इनको व इनके परिवार को अलग किया जाए WFI के हम मतदाता थे उससे भी अलग हुए मैं और मेरा बेटा करण भूषण WFI के सदस्य थे दोनों अलग हो गए। खिलाड़ियों की मांग पर और खेल मंत्रालय के निर्देश पर हम कुश्ती से अलग हुए और अध्यक्ष पद से भी खुद को अलग रखा।

सांसद  ने कहा की 8 महीने से कुश्ती की सारी ट्रेनिंग बंद है और एशियाई गेम होने वाला है कुश्ती का कोई कैंप नहीं हो रहा है। दुखद है कि भारत का पहली बार एशियन गेम में प्रतिनिधित्व नहीं होगा और यह भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत पहली बार प्रतिबंधित किया गया है।

विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता खत्म कर दी है। विश्व कुश्ती संघ के इस फैसले से भारतीय पहलवानों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। विश्व कुश्ती महासंघ के इस फैसले के बाद अब भारतीय पहलवान देश के झंडे के नीचे हिस्सा नहीं ले पाएंगे।

सांसद ने कहा अब पहलवानों की यह मांग हो कि मैं भारत की नागरिकता छोड़ दूं यह तो संभव नहीं है।

सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने यू डब्ल्यू डब्ल्यू से डबल्यू एफ आई की सदस्यता खत्म होने का जिम्मेदार धरनाजीवी खिलाड़ियों को बताया है और सांसद ने प्रदर्शनकारियों के अलावा तीन पहलवानों बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को इसका जिम्मेदार ठहराया है। वहीं ममता बनर्जी की टिप्पणी पर बोले की ममता बनर्जी को कुश्ती संघ में तथ्य की जानकारी नहीं है।

वहीं राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए सांसद ने कहा कि सबसे ज्यादा भारत की जमीन चीन के कब्जे में जवाहर लाल नेहरू के समय में गई है और 2024 का चुनाव मोदी बनाम परिवार बाद होगा। आज भारत के चांद पर पहुंचने पर पूरा एशिया ख़ुशी मना रहा है यहां तक की पाकिस्तान भी भारत की सफलता पर गर्व कर रहा है।

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