मिजोरम में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी, सीएम नहीं डाल पाए वोट
मिजोरम में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी, सीएम नही डाल पाए वोट
कहा, 25 या उससे ज्यादा सीटें हासिल करेंगी पार्टी
सिलीगुड़ी: पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम के सीएम जोरमथांगा ने वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे। इस मौके पर सीएम और एमएनएफ अध्यक्ष जोरमथांगा ने कहा कि सरकार बनाने के लिए 21 सीटों की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि हम इससे ज्यादा, शायद 25 या उससे ज्यादा सीटें हासिल कर पाएंगे। मेरा मानना है कि हमारे पास आरामदायक बहुमत होगा। इसके अलावा सीएम वोट नहीं डाल सके। उन्होंने कहा कि वह वोट डालने के लिए गए थे, लेकिन मशीन काम नहीं कर रही थी, उन्होंने थोड़ा इंतजार भी किया। मगर मशीन ठीक नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करेंगे और सुबह की बैठक के बाद मतदान करेंगे। आज मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। राज्य के 8.52 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) ने सभी 40 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों को उतारा है। जबकि बीजेपी (23), आप (4) और निर्दलीय (23) सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।इनमें 4 लाख 13 हजार 64 पुरुष और 4 लाख 39 हजार 28 महिला मतदाता शामिल हैं। वहीं 50 हजार 611 ऐसे युवा मतदाता हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे। इन सीटों पर राज्य के मुख्यमंत्री जोरमथांगा समेत कई मंत्रियों और दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है।
सुबह 7 से शाम 4 बजे तक होगा मतदान
मिजोरम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मधुप व्यास ने कहा कि मिजोरम के सभी 1,276 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इनमें से 149 सुदूर मतदान केंद्र हैं, जबकि अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास करीब 30 मतदान केंद्र हैं, जिन्हें संवेदनशील घोषित किया गया है। कल के मतदान से पहले चुनाव आयोग ने उन लोगों की वोटिंग करवाई है, जो सीनियर सिटीजन हैं या दिव्यांग अथवा चुनाव से जुड़े कार्यों में लगे हैं।
कड़ी सुरक्षा, सीमाएं बंद की गईं
मिजोरम चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मिजोरम विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले म्यांमार से लगी 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और बांग्लादेश से लगी 318 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया गया है। इसके अलावा असम के तीन जिलों, मणिपुर के दो और त्रिपुरा के एक जिले से लगी अंतरराज्यीय सीमाएं भी बंद कर दी गई हैं। करीब 3,000 पुलिसकर्मियों और केंद्रीय सशस्त्र बलों के 5,400 कर्मियों को चुनावों के लिए तैनात किया गया है। राज्य में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। वहीं बीजेपी ने 23 और आम आदमी पार्टी (आप) ने 4 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। 27 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इस चुनाव से आप भी पूर्वोत्तर राज्य में पैर जमाना चाहती है।जोरमथांगा की सीट सबसे चर्चित:
मिजोरम की आइजोल पूर्व-1 सीट सबसे चर्चित विधानसभा सीट बनी हुई है। इस सीट से मौजूदा मुख्यमंत्री जोरमथांगा मैदान में हैं। उनके खिलाफ जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने उपाध्यक्ष लालथन सांगा को उतारा है। इस सीट के कभी कांग्रेस का गढ़ होने से यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। वहीं सेरछिप सीट से जोरम नेशनलिस्ट पार्टी के नेता लालडुहोमा मैदान में हैं। लालडुहोमा के खिलाफ एमएनएफ ने जे. माल्सावमज़ुअल वानचावंग और कांग्रेस ने आर. वानलालट्लुआंगा को उतारा है। माल्सावमज़ुअल वानचावंग के चुनावी मैदान में आने से मामला रोचक हो गया है।
आइजोल पश्चिम-3 सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला: इसी तरह आइजोल पश्चिम-3 विधानसभा सीट पर भी इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। इस सीट से जेडपीएम विधायक वी. एल. जैथनजामा के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता और एमएनएफ उम्मीदवार के. सोमा वेला मैदान में हैं। त्रिपुरा सीमा के पास की हच्छेक सीट कई मामलों में अहम है। इस सीट से कांग्रेस ने लालरिंडिका राल्टेा को मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला एमएनएफ उम्मीदवार और मौजूदा खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे से है। मुख्य विपक्षी दल जेडपीएम ने के.जे. लालबियाकनघेटा को मैदान में उतारा है।
दो पुलिस कर्मियों की मौत: पुलिस ने कहा कि 36 वर्षीय जेड लालमुआनजुआला अन्य कर्मियों के साथ सुदूर जारुलसूरी गांव में मतदान केंद्र की ओर जा रहे थे, उसी दौरान उनका वाहन लॉन्ग्टलाई जिले में एक ऊंची सड़क से पीछे की ओर फिसल गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. एक अन्य घटना में, पूर्वी मिजोरम के चम्फाई शहर के एक अस्पताल में बीमारी से एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। रिपोर्ट अशोक झा