मनरेगा कार्यो में धांधली मिलने पर पूर्वप्रधान व सेक्रेटरी से 2.12 लाख की रिकवरी

मनरेगा कार्यो में धांधली मिलने पर पूर्वप्रधान व सेक्रेटरी से 2.12 लाख की रिकवरी

उप्र बस्ती जिले में मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत में कराए गए कार्यों में धांधली पाई गई है। इस मामले की जांच बीएसए व एईडीआरडीए ने की। पूर्व ग्राम प्रधान, तत्कालिन सचिव, रोजगार सेवक और तकनीकी सहायक को दोषी माना गया। चारों से रिकवरी करने का नोटिस देने की तैयारी है।ग्राम पंचायत भूअर निरंजनपुर में मनरेगा के कार्यों में फर्जीवाड़ा करने की शिकायत गांव के निवासी ध्रुवनाथ ने संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधकिारी से की थी। डीएम ने इस प्रकरण की जांच बीएसए और डीआरडीए के सहायक अभियंता को दी थी। दोनों अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया था। इसमें अनियमित तरीके से रोजगार देते हुए तीन लाख 18 हजार आठ रूपए का गोलमाल पाया गया। एक ही परिवार के नाम से 3.18 लाख रुपये निकाले गए।जांच अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण परिवार को जॉब कार्ड बनाने और उसे निरस्त कराने का संपूर्ण दायित्व ग्राम पंचायत का होता है। जांच में पूर्व ग्राम प्रधान जुग्गीलाल चौधरी, ग्राम विकासअधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव और तत्कालीन तकनीकी सहायक विष्णुदेव उपाध्याय को समान रूप से दोषी पाया गया। तीनों पर 33-33 फीसदी रिकवरी बनी लेकिन तकनीकी सहायक विष्णुदेव उपाध्याय की मृत्यु हो गई।लिहाजा अब पूर्व ग्राम प्रधान जुग्गीलाल से एक लाख छह हजार तीन रुपए और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव से एक लाख छह हजार तीन रुपए की वसूली होगी। दोनों के विरूद्ध मनरेगा एसओपी के तहत अनुशासनिक व विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश डीएम प्रियंका निरंजन ने दिया

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