लोकसभा चुनाव के पहले बंगाल में चोरों का राजा और चोरों की रानी का गूंज रहा नारा
कोलकाता: लोकसभा चुनाव के पहले बंगाल की राजनीति में
एक दूसरे को चोर साबित करने की होड़ लगी है। चोरों का राजा और चोरों की रानी की गूंज गृहमंत्री के समक्ष तो विधानसभा में गूंज रही है। यह आवाज बंद होने के बजाय और तेज होगी इसकी पूरी आशंका है। बंगाल की धरती से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और टीएमसी सहित सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर राम मंदिर निर्माण में बाधा पहुंचाते रहे, लेकिन 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया और अब 22 जनवरी 2024 को भव्य श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।राजनीतिक हिंसा में भाजपा के 212 कार्यकर्ता मारे गए हैं और लोग 2026 के विधानसभा चुनाव में अपने मतों से इन हत्याओं का बदला लेंगे। शाह ने लोगों से लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए बड़ी जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया। वही बंगाल विधानसभा से निलंबित होने के एक दिन बाद नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आग बबूला हो गए। ममता बनर्जी पर विवादित बयान देते हुए उन्होंने चोरों की रानी करार दिया। बुधवार को सुवेंदु अधिकारी द्वारा राज्य विधानसभा के परिसर में टीएमसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया गया। वहीं दूसरी तरफ टीएमसी द्वारा मनरेगा और पीएम आवास योजना के लिए केंद्रीय निधि के कथित गैर भुगतान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया । कार्यवाही के दौरान विधानसभा के भीतर तोड़फोड़ की गई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, भाजपा की रैली में लोगों की भीड़ ये दर्शाती है कि लोग बदलाव चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा, कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ से अहसास हो गया कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए लोगों में जोश है। साथ ही उन्होंने कहा, रैली में गला खराब होने के कारण मैं ज्यादा भाषण में बोल नहीं सकता। लोगों की भीड़ ने इस रैली को ऐतिहासिक बना दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सुनने के लिए लोगों में खासा उत्साह था। साथ ही टीएमसी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, जो लोग बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा के नीचे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वे सभी चोर हैं। हमने आवाज उठाकर सरकार को आईना दिखाया है। साथ उन्होंने कहा, जो मंत्री जेल में बंद हैं, वे अभी भी पद पर बने हुए है। कोलकाता में शक्ति प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा, अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी चोर है। सुवेंदु अधिकारी को बुधवार को स्पीकर बिमान बनर्जी के खिलाफ कथित तौप पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर निलंबित कर दिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को जब मध्य कोलकाता में भाजपा की रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार पर तीखा हमला कर रहे थे, तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में जवाबी दावा किया। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि देश की जनता को भिखारी बनाने वाले अब उनकी पार्टी के नेताओं को चोर बता रहे हैं। सीएम ममता ने कहा, “भाजपा ने सब कुछ खरीद लिया है. उन्होंने कई पब्लिक सेक्टर यूनिट बेच दी है. वे विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के लिए राज्य सरकार को वैध फंड देने से इनकार कर रहे हैं। केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल से वस्तु एवं सेवा कर के रूप में भारी रकम जमा कर रही है और फिर भी वे हमारा बकाया देने से इनकार कर रही है। चुनाव से पहले भाजपा राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाते हुए केंद्रीय टीमें भेजती है और चुनाव के बाद केंद्रीय एजेंसियों को तृणमूल कांग्रेस विधायकों के घर भेजती है। इसके अलावा सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “हम इस बात पर नजर रख रहे हैं कि कौन लोग गलत तरीके से कमाई गई संपत्ति छिपा रहे हैं और कहां छिपा रहे हैं। आप नई दिल्ली में सत्ता में हैं और इसलिए आप हमारे खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन जब आप सत्ता से बाहर हो जायेंगे तो आपको आम लोगों पर किये गये अत्याचारों की कीमत चुकानी पड़ेगी। सीएम ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर महंगाई भत्ता (डीए) और उस पर मिलने वाले बकाया का भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। डीए का भुगतान राज्य सरकार के लिए अनिवार्य नहीं है। यह एक विकल्प है। पिछले वाम मोर्चा शासन द्वारा छोड़े गए संचित बकाया को चुकाने के कारण राज्य का खजाना खाली हो रहा है।लेकिन, हम राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त वार्षिक छुट्टियों से इसकी भरपाई करते हैं। बंगाल में हिंसा के पीछे बीजेपी का हाथ:-सीएम भाजपा पर निशाना साधते हुए ममता ने दावा किया कि त्योहारी सीजन के दौरान हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई,लेकिन बीजेपी चुनाव से पहले और बाद में झड़पें कराती है। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल में विभाजनकारी राजनीति का सहारा ले रही है। दुर्गा पूजा और काली पूजा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई, लेकिन हिंसा की एक भी घटना सामने नहीं आई। छठ पूजा में भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। लेकिन चुनाव से पहले और बाद में ही उन्होंने (भाजपा) राज्य में हिंसा और दंगे जैसी स्थिति पैदा की। जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का लगाया आरोप: केंद्र में भाजपा पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए बंगाल की सीएम ने कहा वे हमारे खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, क्योंकि वे केंद्र में सत्ता में हैं। मैं कभी भी (केंद्रीय एजेंसियों के) अधिकारियों को दोष नहीं देता, लेकिन ये जरूर कहुंगी की वे (भाजपा) बहुत लंबे समय तक सत्ता में नहीं रहेंगे। भाजपा ने ईडी और सीबीआई की मदद से चुनाव के लिए धन इकट्ठा करने की कोशिश की।
कांग्रेस और वाम मोर्चे पर भी भड़की सीएम बनर्जी: ममता बनर्जी यहीं नहीं रुकी उन्होंने कांग्रेस और वाम मोर्चे पर निशाना साधते कहा विपक्ष में कुछ दल आदतन झूठे हैं। वे राज्य के विकास में योगदान नहीं देना चाहते हैं। यहां तक कि वे केंद्रीय धन को रोकने के पक्ष में भी बोल रहे हैं। राज्य में विकास संबंधी कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रहे हैं।
गृह मंत्री के बयानों पर किया पलटवार : वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयानों पर पलटवार करते हुए पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता डॉ. शशि पांजा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री को अचानक 2026 (विधानसभा चुनाव) क्यों याद आ गया? वे संख्याओं को समझते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 2021 में जो 77 सीटें जीतीं और 2019 में जो सीटें जीतीं, उन्हें एमपी और एमएलए दोनों सीटें नहीं मिलेंगी, इसलिए बीजेपी डरी हुई है। रिपोर्ट अशोक झा