मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर (मसर्रत आलम गुट) पर बैन
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मुस्लिम लीग जम्मू-कश्मीर (मसर्रत आलम गुट) पर बैन लगा दिया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स (Twitter) पर ट्वीट कर बताया कि देश विरोधी गतिविधियों के कारण इस संगठन पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत बैन लगाया गया है।संगठन पर आरोप है कि उसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल थे और आतंकी समूहों का समर्थन कर रहे थे. इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया के जरिए दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट)/ एमएलजेके-एमए को यूएपीए के तहत एक ‘गैरकानूनी संघठन’ घोषित किया गया है. यह संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र-विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं, आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए उकसाते हैं। गृह मंत्री ने आगे कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी सरकार का संदेश जोरदार और स्पष्ट है कि हमारे राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानून के पूर्ण प्रकोप का सामना करना पड़ेगा। कौन है मसरत आलम?: मसरत आलम साल 2010 में घाटी में हुए प्रो-आजादी प्रोटेस्ट के मुख्य आयोजकों में से एक था. उस दौरान के विरोध प्रदर्शनों के बाद आलम को कई अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार किया गया था और साल 2015 में रिहा कर दिया गया था. इसके बाद ही पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन में दरार आई थी।’दो करोड़ महिलाएं बनीं लखपति, गांव-गांव तक पहुंच रही विकसित भारत संकल्प यात्रा’, लाभार्थियों से बोले पीएम मोदी। रिपोर्ट अशोक झा