भाजपा महिला मोर्चा ने संदेशखाली की घटना को लेकर किया विरोध प्रदर्शन
सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के विभिन्न थानों के साथ सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के सिलीगुड़ी, प्रधान नगर तथा भक्तिनगर थाना में भाजपा महिला मोर्चा की ओर से टीएमसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। खबर के अनुसार, भाजपा महिला मोर्चा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा संदेशखाली में महिलाओं के कथित अपमान और दुर्व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मांग सिर्फ एक है कि शाहजहां शेख को उसके अंजाम तक पहुंचाया जाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने कहा की जिस प्रकार
संदेशखाली की महिलाओं ने अपना दर्द साझा किया। गुस्सा, हताशा और शासन प्रशासन के बेपरवाह रवैए पर ऐतराज भी है। संदेशखाली की घटना वहां के निवासियों, विशेषकर महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली गंभीर परिस्थितियों को उजागर करती है, जो कथित तौर पर उत्पीड़न और हमले का शिकार हुई हैं। व्यवस्था बहाल करने के लिए तेजी से और निर्णायक रूप से कार्य करना राज्य सरकार के लिए जरूरी है। बंगाल की हालत इराक, ईरान और पाकिस्तान जैसी हो गई है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लक्ष्मी भंडार के नाम पर महिलाओं को 500 रुपया देकर उनकी इज्जत के साथ खिलवाड़ करवा रही हैं। तृणमूल सरकार के शासन में महिलाओं के साथ लगातार बलात्कार हो रहे हैं। यह हम नही वहां की महिलाओं के वीडियो में कही ये बातें…
वीडियो में महिलाओं ने ईडी पर हमला करने वाले टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके गुर्गे पर गंभीर आरोप लगाए। महिलाओं ने कहा कि शाहजहां शेख के लोग घर-घर जाकर यह देखते थे कि किन के घर में महिलाएं सुंदर और कम उम्र की हैं।
उन्हें वहां से जबरन ले जाकर पार्टी ऑफिस में रात भर रखा जाता था। फिर सुबह छोड़ दिया जाता था। उनके पतियों को धमकी मिलती थी कि तुमने शादी की है, लेकिन रात को रखने का अधिकार नहीं है। जब तक टीएमसी के लोगों का मन नहीं भरता था, तब तक वे लोग महिलाओं को अपने पास रखते थे।ममता बनर्जी को सुनाई खरी-खरी : इस वीडियो के वायरल होने पर हुगली के बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जुबानी हमला किया। कहा कि 500 रुपये के लक्ष्मी भंडार देकर मुख्यमंत्री राज्य की महिलाओं को कुत्ते-भेड़ियों के मुंह में धकेल रही हैं। प्रदेश में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य भर में महिलाओं के साथ नियमित तौर पर बलात्कार हो रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कन्याश्री, रुपाश्री , खेलश्री और कितनी श्री परियोजनाओं को लॉन्च करके प्रदेश की जनता को बरगला रही हैं। आने वाले साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बंगाल की जनता विशेषकर महिलाएं उनके साथ तृणमूल के लोगों द्वारा किए जा उत्पीड़न का मुंहतोड़ जवाब देगी।
बंगाल की हालत इराक, ईरान और पाकिस्तान जैसी हो गई है। इस तरह की घटनाएं पहले हम वहां होते देखते थे। मगर, आज खुद बंगाल के संदेशखाली की महिलाएं अपने साथ होने वाले इस तरह के उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा रही हैं।।संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन शेख शाहजहां और उनके समर्थकों के खिलाफ आरोपों से भड़का था, जिन पर जबरन जमीन पर कब्जा करने और स्थानीय महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था। कथित राशन घोटाले के सिलसिले में उनके आवास पर छापेमारी कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के बाद शेख शाहजहान के लापता होने के बाद स्थिति और खराब हो गई। घटना को संबोधित करते हुए, बोस ने इस बात पर जोर दिया कि कानून का शासन कायम रहना चाहिए और बंगाल के अराजक राज्य होने की किसी भी धारणा की निंदा की। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है की बंगाल समाज के कुछ वर्गों में चल रही उथल-पुथल को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों का वादा किया। वही दूसरी ओर भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने एक्स पोस्ट पर कहा है कि टीएमसी दफ्तर में गंदा काम किया गया। क्या लिखा है मालवीय ने?: मालवीय ने लंबी चौड़ी पोस्ट में शाहजहां शेख के खिलाफ लोगों में व्याप्त गुस्से की कहानी बताई है। बशीरहाट के संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। स्थानीय लोग शाहजहां शेख और उसके लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। लेकिन जो बात हमारी सामूहिक चेतना को झकझोर देने वाली होनी चाहिए, वह यह है कि कैसे शाहजहां और उसके आदमी युवा, अच्छी दिखने वाली, विवाहित महिलाओं को उनके घरों से अगवा कर लेते थे, रात-रात भर उनका शोषण करते थे और उन्हें तभी वापस भेजते थे जब वे ‘संतुष्ट’ होते थ… वे थे टीएमसी पार्टी कार्यालय में रखा गया और भोर में वापस भेज दिया गया। शाहजहाँ ने केवल हिंदू महिलाओं को उठाया, कभी मुस्लिम नहीं, इन अभागी महिलाओं का विश्वास करें।’ ममता भी जिम्मेदार’: मालवीय ने आगे लिखा है- ममता बनर्जी के शासन में बंगाल में हिंदू महिलाएं शेख शाहजहां जैसे मुस्लिम पुरुषों के लिए उचित खेल हैं, क्योंकि उन्होंने मुस्लिम वोटों के बदले एक महिला के रूप में अपनी संवेदनाओं को गिरवी रख दिया है। वह उतनी ही अपराधी है जितना शाहजहां है।दिलाया याद शेख का इतिहास: मालवीय ने शेख शाहजहाँ कौन है ये भी याद दिलाया है। उन्होंने आगे लिखा है- अब लगभग एक महीने से फरार है, क्योंकि उसके लोगों ने ईडी अधिकारियों पर हमला किया था, जो करोड़ों रुपये के राशन घोटाले की जांच के लिए संदेसखली में थे। वह आदमी आतंकवादी है लेकिन उसे ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है। अन्यथा कोई कारण नहीं कि अब तक उसे गिरफ्तार न किया गया होता। अब बलात्कार और अवैध कारावास के गंभीर आरोप सामने आने के बाद, ममता बनर्जी के लिए अपराधी का बचाव करना असंभव होगा। ममता बनर्जी को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। शेख शाहजहां कौन?: शेख ममता बनर्जी के खास मंत्री के करीबी बताया जाता है। पहले वो वाम दल नेता था फिर पाला बदल कर टीएमसी में आ गया। संदेशखाली में उसका दबदबा है और वो पश्चिम बंगाल में हुए अलग-अलग भ्रष्टाचार के मामलों में से एक राशन वितरण घोटाले में संलिप्त पाया गया। इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय (इडी) जांच कर रहा है। इसी सिलसिले में ईडी की टीम ने छापेमारी जनवरी 2024 में छापेमारी की। उत्तर 24 परगना के ही उसके इलाके संदेशखाली के सरबेड़िया इलाके में ठिकाने पर छापेमारी करने गई केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम पर तृणमूल कांग्रेस के नेता के समर्थकों ने हमला कर दिया था। इसके बाद से ही वो लापता हो गया था। रिपोर्ट अशोक झा