लोकसभा चुनाव के बीच पीएम मोदी जायेंगे भूटान दौरे पर

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की ओर से दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। पीएम मोदी अगले हफ्ते भूटान का दौरा करेंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भूटानी समकक्ष शेरिंग टोबगे के अगले सप्ताह भूटान का दौरा करने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
पीएम मोदी ने गुरुवार को नई दिल्ली में भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे से मुलाकात की थी। विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “भूटान के राजा की ओर से, प्रधान मंत्री शेरिंग टोबगे ने प्रधान मंत्री मोदी को अगले सप्ताह भूटान आने का निमंत्रण दिया। प्रधान मंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया। प्रधान मंत्री शेरिंग टोबगे आधिकारिक यात्रा पर भारत में हैं, जो फरवरी 2024 में पदभार संभालने के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा है। बयान में कहा गया है कि, “दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे के विकास, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, जलविद्युत सहयोग, लोगों के बीच आदान-प्रदान और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विशेष और अद्वितीय भारत-भूटान मित्रता को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इसमें आगे कहा गया है कि, “भूटान के प्रधान मंत्री ने भूटान की विकासात्मक प्राथमिकताओं में एक विश्वसनीय, विश्वसनीय और मूल्यवान भागीदार के रूप में भारत की भूमिका के लिए अपनी गहरी सराहना व्यक्त की।” भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने 03-10 नवंबर, 2023 तक भारत की आधिकारिक यात्रा की। उन्होंने असम, नई दिल्ली और महाराष्ट्र की यात्रा की। यात्रा के दौरान भूटान के राजा और पीएम मोदी ने द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। भारत और भूटान के बीच दीर्घकालिक और असाधारण द्विपक्षीय संबंध हैं, जिनमें सभी स्तरों पर अत्यधिक विश्वास, सद्भावना और आपसी समझ शामिल है। इस यात्रा ने दोनों पक्षों को बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए समझ बनाने का अवसर प्रदान किया। अपनी यात्रा के दौरान, भूटान के राजा ने भी प्रधान मंत्री मोदी को भूटान की आधिकारिक यात्रा के लिए निमंत्रण दिया था।।इसके बाद भी इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी का भूटान दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब हाल ही में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे भारत यात्रा पर आए थे। यह अपने आप में बेहद खास मौका होगा जब भारत का कोई प्रधानमंत्री चुनाव की घोषणा के बाद विदेश दौरे पर जा रहे हैं। दरअसल आचार संहिता लगने के बाद सरकार कोई भी समझौता या ऐलान नहीं कर सकती है।
मनमोहन सिंह ने भी किया था विदेश दौरा इससे पहले 2009 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री ने चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद ब्रिटेन का दौरा दिया था। तब वह जी-20 की बैठक में शामिल होने के लिए विदेश गए थे। पीएम मोदी का भूटान दौरा सामरिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच पीएम मोदी का दौरा काफी खास है। बता दें कि शेरिंग सरकार के दौरान ही चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने में मदद मिली थी। उस दौरान चीन और भूटान के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।भूटान का साथ है इसलिए अहम:: भारत, भूटान और चीन के बीच सीमा कई जगहों पर ‘चिकन नेक’ में तब्दील होती हैं। भारत और चीन के बीच डोकलाम में हिंसक झड़प देखने को मिली थी। यह इलाका ट्राई जंक्शन वाला था। पूर्वोत्तर इलाकों में भी इसकी अहम भूमिका रहती है। भूटान और चीन के बीच सीमा समझौते में क्षेत्र की अदला बदली शामिल थी। जनवरी में पदभार संभालने के बाद तोबगे पहली विदेश यात्रा पर भारत आए थे। ऐसे में पीएम मोदी भूटान की यात्रा कर दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की कोशिश करेंगे। रिपोर्ट अशोक झा

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