मोदी की 10 लोकप्रिय योजनाएं एनडीए को कराएगी 400 पार, जनता का विश्वास अबकी बार 5 लाख से होंगे पास

सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से दूसरी बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट पर विश्वास जताया है। तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व अधिकारी गोपाल लामा को उम्मीदवार बनाया। अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे राजू बिष्ट का जिस प्रकार गर्मजोशी से आम मतदाता स्वागत कर रहे है उससे जीत हार का दायरा एक तरफा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
पश्चिम बंगाल का. 2011 की जनगणना के अनुमान के अनुसार, कुल 2201799 जनसंख्या में से 66.68% ग्रामीण और 33.32% शहरी आबादी है. कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) का अनुपात क्रमशः 17 और 18.99 है. 2021 की मतदाता सूची के अनुसार, इस निर्वाचन क्षेत्र में 1699267 मतदाता और 2371 मतदान केंद्र हैं।साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजू बिष्ट ने टीएमसी के के अमर सिंह राय को हराकर दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र में 4,13,443 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। राजू बिष्ट को 7,50,067 वोट मिले। उन्होंने 59.19 फीसदी मत मिले थे, जबकि टीएमसी के अमर सिंह राय को 3,36,624 वोट के साथ 26.56 फीसदी मत मिले थे। कांग्रेस के शंकर मालाकार को 65,186 मत के साथ 5.14 फीसदी और सीपीआई (एम) के समन पाठक 50,524 मत के साथ 3.99 फीसदी मत मिले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 78.71% मतदान हुआ था. कुल 17 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। 2019 के संसदीय चुनाव में मतदाता मतदान 78.8% था, जबकि 2014 के संसदीय चुनाव में यह 79.51% था। 2019 के संसदीय चुनाव में टीएमसी, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को क्रमशः 26.56%, 59.19%, 3.99% और 5.14% वोट मिले, जबकि टीएमसी, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को 25.48%, 42.75% वोट मिले। , 2014 के संसदीय चुनाव में क्रमशः 14.64% और 7.89% वोट मिले। भाजपा प्रत्यासी राजू बिष्ट का कहना है कि
इस बार दार्जिलिंग क्षेत्र के मतदाता 80 प्रतिशत वोट भाजपा के पक्ष में डाल देश में एक रिकॉर्ड बनाने का मन बना लिया है। इसका सबसे बड़ा कारण मोदी सरकार की 10 योजना है। इन योजनाओं से किसान से लेकर महिलाएं और युवा तक लाभान्वित हो रहे हैं। फिर वह किसान सम्‍मान निध‍ि योजना हो या फिर उज्‍ज्‍वला और स्‍कॉलरशिप स्‍कीम्‍स हो। लाभार्थी सीधे तौर पर इन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
मोदी सरकार की 10 लोकप्रिय योजनाएं :- जनधन योजना
इस योजना के तहत भारतीय नागरिक जीरो अकाउंट खाता खुलवा सकते हैं। खाते पर आमजन को चेक बुक, पासबुक, दुर्घटना बीमा के अलावा ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी की सुविधा भी मिलती है। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के तहत जन धन अकाउंट होल्‍डर अकाउंट में बैलेंस न होने पर भी अपने खाते से 10,000 रुपए तक निकाल सकता है। इस योजना का मकसद हर व्यक्ति को बैंकिंग सिस्टम में जोड़ना है। पीएम किसान सम्‍मान योजना: देश के किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाती है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार देश के छोटे किसानों को सालभर में 6,000 रुपए की सहायता देती है. इसके लिए किसानों को दो-दो हजार की किस्त में पैसे मिलते हैं. इसमें जमीन, आय के स्रोत और कुछ दूसरे पैमानों को देखते हुए पात्रता तय की जाती है।पीएम गरीब कल्‍याण योजना: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मोदी सरकार ने मार्च 2020 में शुरू किया था. महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान इस स्‍कीम को शुरू करके 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया गया था. सरकार इस योजना को कई बार बढ़ा चुकी है. फिलहाल इस योजना का लाभ दिसंबर 2023 तक लिया जा सकता है। उज्‍ज्‍वला योजना: पीएम मोदी ने देश की महिलाओं की जिंदगी में बदलाव के मकसद से मई 2016 में उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत एक साल में 12 गैस सिलिंडर बांटें जाते हैं। हर सिलिंडर पर 200 रुपए की सब्सिडी का लाभ मिलता है. सब्सिडी सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है. कुल मिलाकर एक साल में सब्सिडी के रूप में 2400 रुपए तक का लाभ उठाया जा सकता है. PMUY के 1 मार्च 2023 तक 9.59 करोड़ लाभार्थी हैं। आयुष्‍मान भारत योजना: देश में रहने वाले तमाम नागरिकों के स्‍वास्‍थ्‍य का खयाल रखने के उद्देश्‍य से आयुष्मान भारत योजना सरकार की तरफ से चलाई जाती है. इस स्‍कीम में 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. दवाई की लागत, चिकित्सा आदि का खर्च सरकार देती है. इस योजना के पात्र लोगों के लिए आयुष्‍मान कार्ड बनवाया जाता है. इसके बाद कार्डधारक सूचीबद्ध अस्‍पतालों में मुफ्त में अपना इलाज करवा सकते हैं।
पीएम जीवन ज्‍योति बीमा योजना: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना. ये स्‍कीम बीमाधारक की मृत्‍यु होने की स्थिति में उसके परिवार को 2 लाख तक की आर्थिक मदद दिलाती है. मात्र सालाना 436 रुपए देकर इस स्‍कीम को ले सकते हैं. इस पॉलिसी को खरीदने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष, वहीं अधिकतम आयु 55 वर्ष तय की गई है। पीएम सुरक्षा बीमा योजना: भारत की बड़ी आबादी को सुरक्षित करने के उद्देश्‍य से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना को साल 2015 में शुरू किया गया था. पहले इसका सालाना प्रीमियम 12 रुपए था, जिसे 1 जून 2022 से बढ़ाकर 20 रुपए कर दिया गया. इस योजना में आपको 2 लाख रुपए का सुरक्षा कवर मिलता है. अगर आपकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है तो आप साल में सिर्फ 20 रुपए देकर आप 2 लाख तक का कवरेज देने वाली इस सुरक्षा बीमा योजना को खरीद सकते हैं। अटल पेंशन योजना: अटल पेंशन योजना भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही पेंशन स्‍कीम हैं. इस स्‍कीम में 18 साल से लेकर 40 साल तक की उम्र तक निवेश करना होता है. इस स्‍कीम के जरिए 60 की उम्र के बाद हर महीने अधिकतम 5000 रुपए तक की पेंशन प्राप्‍त की जा सकती है. पेंशन की राशि आपके निवेश पर निर्भर करती है. इसके अलावा केवल वो लोग ही इस स्‍कीम का फायदा ले सकते हैं, जो टैक्‍सपेयर नहीं हैं। पीएम आवास योजना: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जरूरतमंदों को घर बनाने के लिए लोन पर सब्सिडी दी जाती है. इसके लिए लोगों को खुद को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत खुद को रजिस्टर करना होता है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 लाख से कम कमाने वाला कोई भी व्यक्ति, जिसके पास कोई भी आवास न हो, वो इसका लाभ उठा सकता है। इस स्कीम में सरकार की तरफ से 2.50 लाख की मदद दी जाती है। मेक इन इंडिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर, साल 2014 में मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की थी। जिसका उद्देश्य देश में विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। मेक इन इंडिया एक तरह का स्वदेशी अभियान है, जिसमें अर्थव्यवस्था के तमाम क्षेत्रों को शामिल किया गया है। रिपोर्ट अशोक झा

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