कुदरहा ब्लाक क्षेत्र में एक ही वर्ष बाद तीन काम का नाम बदल लिया गया भुगतान की शिकायत
कुदरहा ब्लाक क्षेत्र में एक ही वर्ष बाद तीन काम का नाम बदल लिया गया भुगतान की शिकायत
उप्र बस्ती जिले के कुदरहा ब्लाक के ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत डीएम से सीएम तक भेजी जा रही है। बावजूद इसके जिम्मेदारों के हौसले बुलंद हैं। ब्लाक क्षेत्र के मसुरिहा गांव में निर्माण कार्यो में 12.68 लाख रुपये के भ्रष्टाचार की शिकायत डीएम से की गई है। इसमें मसुरिहा ग्राम पंचायत में तीन निर्माण कार्यों पर वर्ष 2021-22 में दो बार भुगतान किया गया है। इसके अलावा एक तालाब की खुदाई कागज में कर तीन लाख पचहत्तर हजार रुपये डकार लिया गया है। यह सरकार भ्रष्टाचार जीरो टॉरलेंस पर काम करने का दावा करती है, मगर जिले के कुदरहा ब्लाक क्षेत्र से अब तक विभिन्न ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों में करोड़ों रुपये के गोलमाल की शपथ पत्र के साथ सैकड़ों शिकायतें धूल फांक रही हैं। जिले के अधिकारी ठेकेदार व जनप्रतिनिधियों जांच को मुकाम तक नही पहुंच पाती है।क्षेत्र मसुरिहा गांव के धीरेंद्र सिंह ने शपथ पत्र के साथ डीएम से ग्राम पंचायत की ओर से निर्माण कार्यों में किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत साक्ष्य सहित की है।
इन निर्माण कार्यों में मसुरिहा पिच रोड से टिटिहरी तक पटरी मरम्मत का कार्य 2020-21 में 3.18 लाख खर्च कर कराया गया। इसी कार्य को नाम बदल कर जनार्दन सिंह के घर से मसुरिहा सरहद तक सड़क पटाई का काम दिखाकर 2021-22 में 3.11 लाख रुपये का भुगतान लिया गया है।इसी तरह वर्ष 2020-21 में टिटिहरी में रामचेत के खेत के पास पोखरा खुदाई का कार्य 1.95 लाख में कराया गया, जबकि 2021-22 में इसी कार्य का नाम टिटिहरी गांव के उत्तर ताल खुदाई रखकर 1.87 लाख का भुगतान लिया गया है। वर्ष 2020-21 में वीरेंद्र सिंह के घर के पीछे पोखरा खुदाई का कार्य 1.90 लाख में कराया गया। इसी कार्य को 2021-22 में नाम बदल कर वीरेंद्र के खेत के पास ताल खुदाई का कार्य 3.95 लाख में कराकर भुगतान लिया गया है। यही नहीं वर्ष 2021-22 में नीरज के घर के सामने ताल खुदाई के नाम पर 3.75 लाख रुपये निकाल लिया गया, मगर यह ताल केवल कागजों में है और वहां अब भी आबादी मौजूद है। इसकी शिकायत धीरेंद्र सिंह ने निर्माण कार्यों की है।
सीडीओ डॉ. राजेश प्रजापति ने कहा कि मामले में शिकायत की जांच के लिए डीएम की ओर से अधिकारी नामित किए गए हैं। जांच के बार रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। शिकायत सही पाई गई तो दोषी बक्शे नहीं जाएंगे।