मैनपुरी में महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़ सपाइयों का भारी हंगामा, बीजेपी का विरोध प्रदर्शन शुरू

 

मैनपुरी मुख्यालय पर शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का रोड शो खत्म होने के बाद करहल चौराहा पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर चढे़ सपाइयों ने झंडा लगाते हुए उग्र नारेबाजी की। इस पर क्षत्रिय समाज और भाजपाइयों में आक्रोश व्याप्त हो गया। रविवार की सुबह भाजपाइयों ने करहल चौराहा जाम कर दिया। जाम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने हरकत को राष्ट्र नायकों का अपमान बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मामले में संज्ञान लिया है। कोतवाली पुलिस ने सपाइयों के विरुद्ध दो एफआईआर दर्ज कर जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है।

लोकसभा चुनाव में जीत के लिए दमखम दिखाने के लिए लम्बे समय से काबिज समाजवादी पार्टी और सत्तारुड भारतीय जनता पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस बीच दोनों पार्टियों के बीच चुनावी साख अब अराजकता की ओर जाती दिखाई दे रही है। शनिवार को सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के समर्थन में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने रोड शो किया। रात को रोड शो सिंधिया तिराहा के पास समाप्त हो गया। इसके बाद सपा के कुछ अराजक तत्वों ने करहल चौराहा पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर चढ़ कर उग्र नारेबाजी करते हुए सपा का झंडा लगा दिया। जानकारी होते ही भाजपा और क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में भाजपाई मौके पर पहुंच गए। काफी देर तक वहां हंगामा हुआ। भाजपाइयों ने प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। एसपी विनोद कुमार और एएसपी राहुल मिठास ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
देर रात ही पुलिस ने 100 उपद्रवियों के खिलाफ आचार संहित उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। वहीं करडी सेना के नेताओं अक्षय राठौर, अनिल राजपूत, गौतम चौहान, सूरज चौहान, अंकित चौहान, विष्णु चौहान आदि ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें आरोप लगाया कि सपा की रैली में शामिल लोगों ने कचहरी रोड प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को लेकर अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौज की। इसका वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराया। कोतवाली पुलिस ने दोनों ही मामलों में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी।

मुख्यालय के करहल चौराहा पर महाराणा प्रताप की मूर्ति के साथ हुए अपमानजनक व्यवहार का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने इसे राष्ट्र नायकों का अपमान बताते हुए निंदा की।
आज रविवार की सुबह भाजपा और क्षत्रिय समाज के लोग करहल चौराहा पर एकत्र हुए और जाम लगा लगा दिया। सभी लोग महाराणा प्रताप के अपमान करने वालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। कैबिनेट मंत्री व भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी जयवीर सिंह ने भी कहा कि यह कृत्य निंदनीय है और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्र नायकों का अपमान करने वालों को सजा दिलाकर रहेंगे। कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की गई। मौके पर पहुंचे आला अफसरों ने काफी समझाने बुझाने के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकरr जाम खुलावाया। एक घंटा से लगा जाम खुलने के बाद पुलिस ने मार्ग का आवागमन सुचारू कराया। वहीं स्थानीय पुलिस ने भी राहत की सांस ली।

भाजपा वाले इटावा – मैनपुरी रोड़ स्थित करहल चौराहा पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अपमान को लेकर सपाइयों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वे सपाइयों पर अराजकता करने का आरोप लगा रहे थे। इस बीच कुछ भाजपाई आपस में ही झगड़ने लगे। कुछ ही देर में उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई। आपस में झगड़ा होता देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से झगड़ा कर रहे लोगों को अलग कर स्थिति को संभाला।
शनिवार की देर रात तक मैनपुरी मुख्यालय पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। पहले करहल चौराहा पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अपमान और हंगामा। इसके बाद भाजपाई आक्रोशित हो गए। करहल चौराहा के पास ही रैली में शामिल होकर जा रहे सपा के समर्थकों को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान काफी देर तक मार्ग पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान पीट रहे लोगों ने समर्थकों के हाथों से झंडे बैनर आदि छीन कर फाड़ दिए। इतना ही नहीं रास्ते से गुजरने वाली कुछ गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इस मामले में तहरीर भी दी गई। लेकिन इस पर समाचार लिखे जाने तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। उक्त घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है।

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