बंगाल में अंतिम चरण के चुनाव में गुस्साई भीड़ ने बूथ पर हंगामा के बाद ईवीएम को तालाब में फेंका
बंगाल में अंतिम चरण के चुनाव में गुस्साई भीड़ ने बूथ पर हंगामा के बाद ईवीएम को तालाब में फेंका
अशोक झा, कोलकोता: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान चल रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल से हिंसक झड़प की बड़ी खबर सामने आई है। गुस्साई भीड़ ने पोलिंग बूथ पर जमकर हंगामा किया और फिर ईवीएम को तालाब में फेंक दिया। मौके पर तैनात सुरक्षाबलों के जवान भीड़ को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण 24 परगना के कुलताई में बूथ नंबर 40 और 41 की ईवीएम को पानी में फेंक दिया गया। आरोप है कि कुछ दबंगों ने वोटरों को धमकाया, जिससे भीड़ आक्रोशित हो गई और उन्होंने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को तालाब में फेंक दिया। यह घटना वोटिंग शुरू होने के थोड़ी देर बाद हुई। वहीं, मतदान शुरू होने से पहले दक्षिण 24 परगना के जादवपुर में स्थित भांगड़ इलाके में हिंसा हुई। अचानक से दो गुटों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दोनों ने एक-दूसरे पर लाठी डंडे चलाए। यह भी आरोप है कि यहां बम फोड़े गए, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। पुलिस ने बम बरामद किया है। इस दौरान सुरक्षाबलों के कर्मियों पर भी हमला किया गया। स्थानीय पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान मामले को संभालते हुए लोगों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इसे लेकर किसी की ओर से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। सातवें और अंतिम चरण में शनिवार को पश्चिम बंगाल की दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीट पर मतदान जारी है। इन सभी सीटों पर 2019 में लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थीराज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के मुताबिक इस चरण में कुल 1.63 करोड़ मतदाता है जिनमें 83.19 लाख पुरुष, 80.20 लाख महिलाएं और 538 तृतीय लिंगी हैं। इस चरण के लिए 17 हजार 470 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।सातवें चरण में कुल 124 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें कोलकाता दक्षिण सीट पर सबसे अधिक 17 उम्मीदवार, जादवपुर सीट पर 16 और बशीरहाट तथा कोलकाता उत्तर संसदीय सीट पर 15-15 उम्मीदवार हैं। दमदम लोकसभा सीट से 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बारासात, डायमंड हार्बर तथा मथुरापुर (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित) सीट पर 12-12 उम्मीदवार हैं। जयनगर संसदीय क्षेत्र (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित)में 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में कई सीट पर मुकाबला दिलस्चप होने वाला है। ये सभी सीटें राजधानी कोलकाता और दक्षिण 24 परगना में हैं। तृणमूल के कद्दावर नेता अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ रहे हैं। दो बार के सांसद अभिषेक बनर्जी, सुदीप बनर्जी, रेखा पात्रा, तापस राय, देवश्री चौधरी, अनिर्वाण गांगुली और माला राय जैसे दिग्गज उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। मतदान शाम 6:00 बजे तक जारी रहेगा। आयोग के मुताबिक 100 फीसदी बूथों पर वेबकास्टिंग होगी। कुल 17 हजार 470 बूथों पर वोटिंग हो रही है। इनमें से तीन हजार 748 संवेदनशील हैं। आयोग के मुताबिक सातवें दौर में राज्य में केंद्रीय बलों की 967 कंपनियां तैनात की गई हैं। राज्य पुलिस के 33 हजार 292 जवान भी तैनात हैं। सातवें चरण में पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या पांच है। सामान्य पर्यवेक्षकों की संख्या 10 है। लागत पर्यवेक्षकों की संख्या 11 है।
कोलकाता में 600 त्वरित प्रतिक्रिया टीमें हैं। केंद्रीय बल और कोलकाता पुलिस 72 बहुमंजिला इमारतों से निगरानी करेगी।इसके अलावा अन्य जिलों में ड्रोन से निगरानी हो रही है। आखिरी दौर के चुनाव के लिए केंद्रीय बलों की 967 कंपनियां सुरक्षा की कमान संभाल रही हैं, साथ ही जो मतदान कर्मी पहले से ही कोलकाता पहुंच रहे हैं, उनके वाहनों और मतदान सामग्री की भी जांच की जा रही है।पश्चिम बंगाल में रिकॉर्ड तोड़ मतदान किया जा रहा है। ममता सरकार पर अमित मालवीय व शुभेंदु अधिकारी ने लगाये आरोप: इस बीच अब भाजपा नेता अमित मालवीय और शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर बड़ा आरोप लगाया है। अमित मालवीय ने इस बाबत सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस बूथ एजेंटों को धमकाने का काम कर रही है। अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “ममता बनर्जी के आदेश पर आधी रात को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ऑपरेशन चलाया गया। पश्चिम बंगाल पुलिस संदेशखाली के बूथ एजेंटों के हर घर में जा रही है। महिलाओं और बूथ एजेंटों के साथ गाली-गलौच की जा रही है और धमकी दी जा रही है। पुलिस ने उन लोगों के वोटर आईडी कार्ड को छीन लिया है और उन्हें 1 जून को बूथ पर न जाने को कहा है। पूरे इलाके में लाइट गुल कर दी गई है। स्थानीय टीएमसी के गुंडे पुलिस को निर्देशित कर रहे हैं। क्या यह वैधानिक प्रक्रिया है। ममता बनर्जी को अपने इस पाप का भुगतान करना होगा। लेकिन अभी के लिए हम अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहे हैं। चुनाव आयोग को इस मामले में तुरंत दखल देना चाहिए।”
शुभेंदु अधिकारी बोले- ममता बनर्जी की आखिरी कोशिश
वहीं शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “चुनाव से पहले संदेशखली को दबाने के लिए ममता बनर्जी की आखिरी कोशिश। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी और सिविक वॉलंटियर्स संदेशखली के अलग-अलग इलाको में घू रहे हैं ताकि मतदाताओं, खास तौर पर महिलाओं को डरा सकें और धमकाने का काम कर सकें। हालांकि संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 153 और 154 बरमोजुर 2 इलाके में संदेशखली की बहादुर महिलाओं ने उनका सामना किया। बशीरहाट संसदीय क्षेत्र के मतदाता कल (तकनीकी तौर पर आज) मतदान करेंगे। पुलिस सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रही है।