बंगाल लूटकांड का आरोपी विहार के गोपालगंज से गिरफ्तार

 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिला के रानीगंज में सेनको गोल्ड में बीते नौ जून को 1.83 करोड़ के सोना लूट मामले में बंगाल पुलिस ने बिहार के गोपालगंज में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कुख्यात अपराधी सूरज सिंह को गिरफ्तार किया है। सूरज उचकागांव थाना क्षेत्र के बंकीखाल गांव का निवासी है। अपने साथियों के साथ मिलकर सोना लूटा था और भागने के दौरान पश्चिम बंगाल के साथ झारखंड पुलिस के बीच मुठभेड़ किया था। सूरज के साथ सीवान के सिसवन थाना के रामगढ़ का कुख्यात बदमाश विश्वजीत गुप्त उर्फ सोनू सिंह उर्फ सोनू गुप्ता को भी पुलिस ने घायल अवस्था में गिरफ्तार किया है। सोनू गुप्ता को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी है। सोनू पर गोपालगंज में वर्ष 2022 के 29 मई को मांझागढ़ बाजार में आभूषण दुकान व थावे थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित के आभूषण दुकान में हुई डकैती में भी शामिल रहा। तीन सितंबर 2022 में पुलिस मांझागढ़ थाना क्षेत्र के छितौली नहर के पास से देसी पिस्टल, आठ कारतूस, 530 ग्राम चरस के साथ तीन साथियों संग गिरफ्तार की थी।पुलिस के मुताबिक, यह कंप्यूटर इंजीनियर है, जो छपरा के काशी बाजार में लॉज में रहकर पढ़ाई करता था। वहीं से साइबर क्राइम के माध्यम से अपराध की दुनिया में शामिल हुआ। वहीं, सूरज सिंह पर गोपालगंज में कई अपराधिक मामले दर्ज है।मुखिया के मर्डर केस में आया था नाम: पुलिस के अनुसार, 30 मई 2018 के दिन थानाक्षेत्र के पिडरा निवासी व बलेसरा पंचायत के मुखिया महात्तम चौधरी की हत्याकांड में नाम सामने आया था। इसके बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी। इसके साथ ही 12 जून 2018 उचकागांव थाने की पुलिस द्वारा हथियार बरामद किया गया था। जिसमें सूरज सिंह का नाम आया था। इसके बाद पुलिस द्वारा आर्म्स एक्ट कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया था। जेल से बाहर निकलने के बाद वह अंतरराज्यीय अपराधी गिरोह का सरगना बना और गैंग में बिहार-झारखंड के कई अपराधियों को शामिल किया।बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में सोना लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। अब पुलिस के पकड़ में आया है।रिमांड पर लेकर उससे इस लूटकांड का और सच बाहर आएगा। रिपोर्ट अशोक झा

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