सीमा पार अपराधों से संयुक्त रूप से निपटने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता पर जोर

20 वें आईजी बीएसएफ-क्षेत्र कमांडर बीजीबी स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन का समापन

सिलीगुड़ी: भारत बांग्लादेश की सीमा पर तैनात बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश के बीच तीन दिनों के अधिकारियों के सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण फैसले पर मुहर लगी है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश के बीच कोलकाता में बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमान्त द्वारा आयोजित 20 वें आईजी बीएसएफ-क्षेत्र कमांडर बीजीबी स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन का समापन हुआ।।तीन दिनों तक चले इस सम्मेलन का उद्देश्य महत्वपूर्ण सीमा सुरक्षा मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग और समन्वय को बढ़ाना था। सम्मेलन में दक्षिण बंगाल सीमान्त, उत्तर बंगाल फ्रंटियर और गुवाहाटी फ्रंटियर से बीएसएफ के महानिरीक्षक जेसोर और रंगपुर क्षेत्र से बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडरों ने भाग लिया। इसमें सीमा पार अपराधों से संयुक्त रूप से निपटने और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया। दोनो देश की सीमा सुरक्षा बलों के प्रतिनिधिमंडल के दोनों प्रमुखों द्वारा संयुक्त चर्चा रिकॉर्ड (जेआरडी) हस्ताक्षरित किया गया। इस सम्मेलन में हुई चर्चा में बांग्लादेशी बदमाशों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर लगातार बढ़ रहे हमले, सुरक्षा बलों से हथियार छीनने की कोशिशों, बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा अवैध रूप से सीमा पार करना और सीमा स्थिरता को प्रभावित करने वाले विभिन्न अन्य अपराधों जैसी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इन सभी मुद्दों की गंभीरता को समझते हुए, बीएसएफ और बीजीबी ने सीमा पर अपराधों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए कई प्रमुख उपायों पर आम सहमति बनाई।

दोनों एजेंसियों ने सीमा पार वन्यजीवों, नकली मुद्रा, नशीले पदार्थों और अन्य प्रतिबंधित पदार्थों सहित प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी को रोकने के प्रयासों को तेज करने पर सहमति व्यक्त की। सीमा पार आपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई, जिसमें भारतीय नागरिकों और किसानों के अपहरण के लिए जिम्मेदार लोग भी शामिल हैं। बांग्लादेशी तस्करों द्वारा सीमा बाड़ काटने और भारतीय किसानों की फसलों की चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। सीमा स्तंभों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए रणनीति तैयार की गई।
सम्मेलन में उच्च स्तरीय सीमा प्रबंधन के महत्व पर भी जोर दिया गया, जिसमें संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने के लिए संयुक्त गश्त और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करना शामिल है। बीएसएफ और बीजीबी दोनों ने निरंतर संवाद और सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच मित्रता और सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर पर बीएसएफ के दक्षिण सीमांत के आईजी आयूष मणि तिवारी ने सम्मेलन के परिणामों के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा कि चर्चा ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों का संयुक्त रूप से समाधान करने के हमारे संकल्प को मजबूत किया है। यह साझेदारी हमारे देशों के बीच मजबूत बंधन और शांति और सुरक्षा के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
कोलकाता में आईजी बीएसएफ-क्षेत्र कमांडर बीजीबी स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने और हमारे संबंधित नागरिकों की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। रिपोर्ट अशोक झा

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