बेसरबाटी की मुखिया अनुपमा ठाकुर पर जानलेवा हमला
– जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही एमजीएम में, भाजपा में रोष
अशोक झा, सिलीगुड़ी : पड़ोसी राज्य बिहार के ठाकुरगंज प्रखंड स्थित बेसरबाटी पंचायत की मुखिया श्रीमती अनुपम ठाकुर पर बीती रात जानलेवा हमला किया गया। वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है। वह मुखिया के साथ किशनगंज जिला भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी है। इस घटना के बाद जिला भाजपा और समर्थकों में पूरा रोष है। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशांत गोप और राज्य के मंत्री दिलीप जायसवाल ने इस घटना की तीव्र निंदा की है। घटना में लिप्त सभी अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी के साथ उसे सख्त सजा दिलाने की मांग की गई है। बताया जाता है की मुखिया का पति विमलेश ठाकुर कटिहार में प्रधान शिक्षक की परीक्षा देने गए हुए है। परिवार के अभिभावक उमेश ठाकुर ने बताया की घायल मुखिया अभी कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं है। जब वह पूरी तरह होश में आएगी तभी पूरी घटना पर उनके द्वारा प्रकाश डाला जा सकेगा। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार शनिवार की देर शाम मुखिया अपने क्षेत्र से घर लौट रही थी। कुर्लिकोर्ट थाना के पीछे घात लगाए चार पांच हथियार बंद लोगों ने हमला कर दिया। लोहे के रॉड से माथे पर ताबड़तोड़ हमला किया गया है। मरा हुआ समझकर वहां से हमलावर भाग गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हे पहले ठाकुरगंज अस्पताल और फिर किशनगंज एमजीएम ले जाया गया है। माथे पर 13 स्टिच लगाया गया है। इस घटना को लेकर चर्चा शुरू हो गई है की यह राजनीतिक द्वेष के कारण हमला है। मुखिया अनुपम किसी भी आंदोलन और घटना से अग्रणी भूमिका निभाते देखी गई है। वह जवलंत समस्याओं को लेकर सड़क से अधिकारियों तक सक्रिय रहती थी। एक जुझारू छवि बना रही मुखिया से क्षेत्र ही नहीं प्रखंड स्तर के राजनेताओं में स्पर्धा बनने लगी थी। कहा तो यह भी जा रहा है की वह आने वाले दिनों में महिला आरक्षण के कारण विधायक की उम्मीदवार भी बन सकती थी। अपने क्षेत्र में घायल मुखिया दलालों की एक नही चलने दे रही थी। अब देखना होगा की इस हमले के पीछे कौन है जो सीमांचल में हिंसक राजनीति को जन्म देकर यहां का माहौल बिगाड़ने में लगा है। पुलिस अभी कुछ भी नहीं कर पा रही है वह मामले की जांच में जुटी है। रिपोर्ट अशोक झा