बजट दस्तावेजों की छपाई से पहले हलवा बांटने की रस्म
नईदिल्ली। हलवा वितरण यानी बजट की शुरुआत। यह बजट दस्तावेजों की छपाई से पहले की एक रस्म है। भारत में हर शुभ काम मीठे के साथ शुरू होता है, वैसा ही इसके साथ है। परंपरा के मुताबिक हलवा खुद वित्त मंत्री बजट से जुड़े सभी लोगों को बाँटते हैं। इस रस्म के तहत एक बड़ी सी कड़ाही में हलवा तैयार किया जाता है जिसे मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के बीच बांटा जाता है। हलवा बाँटे जाने के बाद मंत्रालय के ज्यादातर अधिकारियों और कर्मचारियों को मंत्रालय में ही पूरी दुनिया से कट कर रहना होता है। हलवा समारोह के बाद ‘लॉक इन’ बजट तैयार करने की प्रक्रिया को गोपनीय रखने के लिए ऐसा किया जाता है। ये वे कर्मचारी बजट बनाने से लेकर उसकी छपाई तक की प्रक्रिया से जुड़े होते हैं। लोकसभा में बजट पेश किए जाने तक ये कर्मचारी अपने परिवार से फोन पर भी संपर्क नहीं कर सकते। इस रस्म के बाद मंत्रालय के केवल वरिष्ठतम अधिकारी ही अपने घर जा पाते हैं। नवीनतम हलवा समारोह मंगलवार 16 जुलाई को हुआ। चित्र में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन अपने सहयोगियों को हलवा वितरित कर रही हैं।