जौनपुर में फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़, संचालक गिरफ्तार

जौनपुर : यूपी एटीएस ने मंगलवार को जौनपुर में एक फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है। साथ ही एक्सचेंज के संचालन अशरफ अली को भी गिरफ्तार किया है। अशरफ अपने घर में फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था। एटीएस को अशरफ के पास से एक सिम बॉक्स, एडाप्टर, एक फोरजी राउटर, 64 प्री-एक्टिवेटेड सिम, पांच मोबाइल फोन और एक लैपटॉप मिला है। एटीएस ने जौनपुर के बक्शा थाने पर इस मामले की एफआईआर दर्ज कराई है। एटीएस की नजर अब अशरफ को सिम मुहैया कराने वाले रिटेलर्स और उसके साथियों पर है।

ऐसे ट्रांसफर करता था कॉल :

एटीएस के मुताबिक, अशरफ सिमबॉक्स पर इंटरनेट के जरिए अन्तर्राष्ट्रीय कॉल्स को इंटरनेशनल गेटवे बाईपास कराकर लैंड कराता था, जिससे वह इंटरनेट (VoIP) कॉल नार्मल वॉयस कॉल्स में परिवर्तित हो जाती थी। इतना ही नहीं कॉल मिलने वाले को कॉल करने वाले के नंबर के स्थान पर सिमबॉक्स में लगे कार्ड का नंबर दिखता था। इससे कॉलर की पहचान भी नहीं हो पाती थी। इससे जहां सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था। वहीं, देश की सुरक्षा में भी सेंध लग रही थी।

एक लाख रुपये महीने का फायदा :

जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र के दुल्लीपुर में रहने वाले अशरफ ने एटीएस की प्राथमिक पूछताछ में बताया कि वह 1997 से 2012 तक मुंबई में रहा है। मुंबई में उसकी मुलाकात भिवंडी निवासी जहांगीर से हुई थी। जहांगीर ने उसकी बात सऊदी अरब में रहने वाले मोहम्मद अली से कराई थी। मोहम्मद अली के कहने पर ही उसने जौनपुर अपने घर आकर सिमबॉक्स का धंधा शुरू किया था। बताया कि इस धंधे से उसे हर महीने एक लाख रुपये का फायदा हो रहा था।

Back to top button