बांग्लादेश में शांति भारत के लिए जरूरी’: पूर्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर फैली आग इस कदर बेकाबू हो गई कि पड़ोसी मुल्क में तख्तापलट हो गया। शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। घटनाक्रम पर बांग्लादेश में भारत के पूर्व राजदूत सिलीगुड़ी निवासी पूर्व विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला का बयान आया है। उन्होंने कहा कि शेख हसीना सुरक्षित जगह पर हैं। बांग्लादेश की परिस्थिति पर अंतरिम ऑर्डर आना चाहिए। ऐसे इंतजाम होना चाहिए कि अपेक्षाओं को देखा जाए। सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम होना चाहिए।
बांग्लादेश में शांति भारत के लिए जरूरी’: हर्ष श्रृंगला ने कहा कि बांग्लादेश में शांति-सुरक्षा होना भारत के लिए बेहद ही जरूरी है। कुछ असामाजिक तत्वों और राजनीति पार्टी इस पूरे प्रदर्शन में दाखिल हुए। साथ ही उन्होंने इस दौरान यह आशंका भी जताई कि कोई विदेशी देश का हाथ भी इन मामलों में शामिल हो सकता है। देश से बाहर जाकर शेख हसीना सुरक्षित जोन में चली गई हैं।अचानक कैसे बिगड़े बांग्लादेश में हालात?: बांग्लादेश बीते कई दिनों से नौकरी में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर हिंसा की आग में झुलस रहा है। आज यानी सोमवार 5 अगस्त को मीरपुर से छात्रों के साथ हजारों लोगों ने ढाका के लिए एक मार्च शुरू किया। यहां इस दौरान देखते-देखते ही हालात बिगड़ गए। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा कर लिया। जब भीड़ पीएम आवास के अंदर घुसी तो शेख हसीना वहीं मौजूद थीं। इसके बाद उन्हें आनन फानन में एयरलिफ्ट किया गया। पीएम शेख हसीना ने अपनी बहन के साथ देश छोड़ा। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक शेख हसीना मिलिट्री हेलीकॉप्टर से भारत पहुंची हैं और वो दिल्ली से लंदन की फ्लाइट लेंगी। सेना ने संभाला मोर्चा: इस बीच बांग्लादेश की सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। आर्मी चीफ वाकर उज जमान ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी हालातों को ठीक करने के लिए सेना का सहयोग करें। प्रदर्शनकारियों की मांग पर विचार किया जाएगा। हिंसा से देश का नुकसान हो रहा है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनेगी। शांति व्यवस्था बहाल करेंगे, सेना पर भरोसा रखें। लोग कानून को अपने हाथ पर न लें।