टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के संपादक के पद से दिया इस्तीफा

अशोक झा, कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर स्नातकोत्तर प्रशिक्षु से बलात्कार और हत्या के बाद जूनियर डॉक्टर के आंदोलन को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में बवाल जारी है। 9 सितंबर को सांसद जवाहर सरकार ने भी इस्तीफा दिया था।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पार्टी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के संपादक के पद से इस्तीफा दे दिया। रॉय हाल में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु से बलात्कार और उसकी हत्या के बाद जूनियर डॉक्टर के आंदोलन का समर्थन करने के लिए चर्चा में रहे थे। रॉय ने कहा, ”मैं निजी कारणों से ‘जागो बांग्ला’ के संपादक का पद छोड़ रहा हूं, क्योंकि 2022 में कार्यभार संभालने के बाद से मैं अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहा हूं।ऐसा नहीं है कि मुझे अपनी जिम्मेदारी निभाने में किसी तरह की बाधा का सामना करना पड़ रहा है। किसी और को यह पदभार संभालना चाहिए, जो इस भूमिका को बेहतर तरीके से निभा सकता है।” इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बंगाल शाखा ने पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल (डब्ल्यूबीएमसी) को पत्र लिखकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष का पंजीकरण रद्द करने का आग्रह किया। आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में दो सितंबर को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा घोष की गिरफ्तारी के बाद, डब्ल्यूबीएमसी ने सात सितंबर को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा था कि उनका मेडिकल पंजीकरण रद्द क्यों नहीं किया जाए। सूत्रों ने बताया कि घोष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो बलात्कार-हत्या मामले में गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई की हिरासत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक के आवास समेत कोलकाता में छह स्थानों पर एक साथ छापे मारे। एजेंसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के श्रीरामपुर से विधायक सुदीप्तो रॉय के सीथी स्थित आवास और एक दवा विक्रेता के आवास के अलावा चार अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”ये छापे आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर हमारी जांच के तहत मारे जा रहे हैं।हमारे पास कुछ जानकारियां हैं, जिनके आधार पर ये छापे मारे जा रहे हैं।” सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और उनके तीन सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अस्पताल में एक महिला चिकित्सक से कथित बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के बाद वित्तीय अनियमितताओं संबंधी जांच शुरू हुई।

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