जीएसटी अधिकारियों पर भारी पड़ रहा सुपारी तस्कर सिंडीकेट
फर्जी कंपनी के सुपारी लदे ट्रकों को पकड़ने वाले इंस्पेक्टर का किया गया ट्रांसफर
– जांच के नाम पर मामला को रफा दफा करने की हो रही कोशिश
अशोक झा, सिलीगुड़ी: म्यांमार से असम, बंगाल और बिहार होते हुए चल रहे सुपारी तस्कर सिंडीकेट के हौसला और दबदबा इतना बढ़ा हुआ है की ट्रकों की जब्ती करने वाले जीएसटी इस्पेक्टर राहुल मित्रा गुप्ता का आनन फानन में ट्रांसफर करवा दिया। जिसका ऑडर नंबर सीसीए 69/2024 दिनांक 23/9/2024 है। सुपारी तस्कर सिंडीकेट गिरोह में असम से उत्तर बंगाल तक जश्न का माहौल है। वही सिलीगुड़ी से कोलकोता तक जीएसटी अधिकारियों में मायूसी और हड़कंप का माहौल है। चर्चा यह है की अगर ईमानदारी से काम करने का अगर यह सजा है तो कोई क्यों और कैसे काम करेगा? क्या फर्जी कंपनी के नाम पर गुवाहाटी में सही और ईमानदारी से जांच हो पाएगी? क्या इस मामले को सुपारी सिंडीकेट के दवाब में जांच के बहाने रफा-दफा कर दिया जाएगा?
क्या अब फर्जी बिल और कंपनी के सहारे तस्करी करने वालों पर कारवाई नहीं होगी? क्या भाजपा को बदनाम करने वालों पर ठोस कारवाई नहीं हो पाएगी? क्या इसलिए क्योंकि सिंडीकेट करोड़ों रुपए महीना का वसूली कर ऊपर से नीचे तक बंदरबांट किया जाता है। इस गिरोह को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। इस मामले को लेकर बुधवार को पीएमओ कार्यालय, वित्त मंत्रालय और गृहमंत्रालय से जांचकर भ्रष्टाचार में लिप्त सिंडीकेट के साथ अधिकारियों पर कारवाई की मांग की गई है। क्या है पूरा मामला : गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लागू हो जाने के बाद टैक्स चोरी करना इतना आसान नहीं रह गया है। इसके बावजूद लोग जीएसटी चोरी का कोई न कोई तरीका निकाल ही लेते हैं। जीएसटी चोरी करने वालों के खिलाफ सरकार ने एक अभियान छेड़ रखा है। वित्त मंत्रालय की ओर से कहा गया की, टैक्स चोरी करने वालों की पहचान और उनके मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर खास अभियान चला रखा है। यह अभियान 16 अगस्त से 15 अक्तूबर तक चलेगा। इसका मकसद संदिग्ध व फर्जी जीएसटीआईएन की पहचान करना, कंपनियों का सत्यापन और फर्जी बिल देने वालों को जीएसटी इकोसिस्टम से हटाने के उपाय करना शामिल है। इसी क्रम में सिलीगुड़ी सेंट्रल जीएसटी कमिश्नर हितेश नागौरी के निर्देश पर एक टीम ने फर्जी कंपनी के नाम पर हो रहे सुपारी तस्करी के पांच ट्रकों ( एचआर 56सी 9256, एनएल 01एआर 9195, यूपी 17 बीटी 0445, यूपी 75 बीटी 6832 और यूपी 13बीटी 3610 को जब्त किया। सभी ट्रक मयूर इंटर प्राइज रूम नंबर11, हाउस नंबर 17,बोरोपथ गुवाहाटी जीएसटी नंबर
180 एचबीजेड पीएस 3816आरआई जेडआई है। बताया जाता है की सुपारी ट्रकों की जब्ती की सूचना जैसे ही सामने आया त्यों ही कोलकोता के चीफ जीएसटी कमिश्नर श्रवण कुमार ने सिलीगुड़ी जीएसटी कमिश्नर नागौरी को बुलवाया। उसके बाद इस मामले की जांच का निर्देश देते हुए ट्रकों को पकड़ने वाले इस्पेक्टर का तबादला कर दिया। हालांकि इस संबंध में चीफ जीएसटी कमिश्नर श्रवण कुमार से बात करने का प्रयास किया गया पर संपर्क नहीं हो पाया।