तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट महापाप : धीरेंद्र शास्त्री
वाराणसी : बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शुक्रवार को काशी में विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद मीडिया से बातचीत में तिरुपति प्रकरण को देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य बताया। कहा कि प्रसाद में मिलावट महापाप है। मठों और मंदिरों में जितने भी आचार्य हैं उनको अगर अपने मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता का ध्यान रखना है तो हर मंदिर में एक अपनी गौशाला होनी चाहिए। गौशाला के दूध से बने घी से ही प्रसाद तैयार कर भगवान को चढ़ाया जाना चाहिए।
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि सनातन धर्म के प्रचार और हिंदुओं को जगाने के लिए गांव-गांव जाकर पिछड़े से पिछड़े लोगों को गले लगाएंगे। 21 से 30 नवम्बर तक बागेश्वर से ओरछा तक पदयात्रा करेंगे। प्रत्येक दिन 20 किलोमीटर पैदल यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ का दरबार भव्य है। यहां बस एक ही कमी है वह है काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में मांस -मदिरा की बिक्री। मांस-मंदिरा की दुकानों को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाए तो काशी का क्या कहना….बम-बम बोल रही है काशी।