फिर सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज, कमारहाटी में शुक्रवार रात से जूनियर डॉक्टरों का कार्य बहिष्कार शुरू
अशोक झा, कोलकोता: सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज, कमारहाटी में शुक्रवार रात से जूनियर डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। शनिवार को आंदोलन कर रहे डॉक्टरों से मिलने स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम पहुंचे। बंगाल में एक फिर स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के सरकारी सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज के परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मचारी पर हमला कर दिया।जिसके बाद डॉक्टर एवं नर्स ने ‘काम बंद करो’ प्रदर्शन की घोषणा कर दी हैं। कोलकाता के निकट कमरहाटी स्थित अस्पताल में एक मरीज की मौत हो जाने पर उसके परिजनों द्वारा कथित तौर कर्मचारियों की पिटाई की गई। जिसके बाद डॉक्टर और नर्स ने शुक्रवार देर रात ‘काम बंद करो’ प्रदर्शन शुरू कर दी। डॉक्टरों ने की सुरक्षा की मांग वहीं एक जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इस घटना में तीन जूनियर डॉक्टर, तीन नर्स और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए थे। हादसे के बाद जूनियर डॉक्टर और नर्स ने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर ‘काम बंद करो’ प्रदर्शन का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि मरीज एक अधेड़ उम्र की महिला थी। उसे सांस लेने में गंभीर समस्या थी और उसकी हालत भी नाजुक थी। नर्स ने कहा, ”मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत ठीक नहीं थी और स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे ऑक्सीजन देने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी जिससे उसकी मौत हो गयी।” उन्होंने बताया कि यहां पुलिस मौजूद थी उसके बावजूद मरीज के 15-20 परिजन महिला वार्ड (मेडिसिन) में घुस गए और वहां अन्य मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सकों और कई नर्स पर हमला कर दिया। पुलिस ने दर्ज की शिकायत जूनियर डॉक्टर ने कहा, ”हम लगातार बाह्य रोगी विभाग (OPD) और अस्पताल के वार्ड में उचित सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस घटना से फिर यह साबित हो गया है कि राज्य प्रशासन अभी भी हमारी सुरक्षा की मांग के प्रति जागा नहीं है। जब तक पर्याप्त सुरक्षा की हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक ‘काम बंद’ प्रदर्शन जारी रहेगा।” बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने कमरहाटी पुलिस थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज करा दी है और जांच जारी है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा पुलिस गश्त दल अस्पताल के मुख्य द्वार पर निगरानी रख रहा है। ‘पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम’ के सदस्य अनिकेत महतो ने कहा, “हमने पहले भी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। जब तक सरकार सक्रिय कदम नहीं उठाएगी तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।बैरकपुर के पुलिस आयुक्त आलोक राजोरिया ने कहा, “शुक्रवार शाम को कॉलेज ऑफ मेडिसिन और सागर दत्ता अस्पताल में चिकित्सकों और नर्सों पर हमला करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमें अस्पताल के अधिकारियों से शिकायतें मिली हैं। अस्पताल से सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया है।”आरोपियों को बाद में बैरकपुर की एक अदालत में पेश किया गया। स्वास्थ्य सचिव एन.एस. निगम ने स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ दिन में अस्पताल का दौरा किया और राजोरिया और अस्पताल के अन्य अधिकारियों के साथ-साथ जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक की, जिन्होंने घटना के बाद काम बंद कर दिया था।