छात्रा के सुसाइड केस मे प्रिन्सिपल और टीचर पर एफआईआर

 

बांदा। इंटर में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा के सुसाइड केस में पुलिस ने जरैली कोठी स्थित एक स्कूल के प्रिन्सिपल और क्लास टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा छात्रा की मां की तहरीर पर हुआ है। छात्रा की मां ने दोनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी। चर्चा है कि कुछ लोग इस मामले को दबवाने में जुटे रहे। हालांकि, पुलिस अधिकारियों की गंभीरता के कारण ऐसे लोग सफल नहीं हुए।
मिली जानकारी के मुताबिक जरैली कोठी निवासी सुमन सिंह की बेटी सुमत (17) पास के स्कूल में इंटर की छात्रा थी। दो दिन पहले उसने घर में फांसी लगा ली थी। छात्रा की मां का आरोप है कि वह स्कूल टीचर और प्रिन्सिपल की मानसिक-शारीरिक प्रताड़ना से बुरी तरह आहत थी। क्लास टीचर प्राइवेट कोचिंग भी चलाता है। छात्रा पर कोचिंग के लिए दबाव डालता था। कई दिनों से यह सिलसिला चल रहा था। आरोप है कि टीचर और प्रिन्सिपल ने छात्रा से घटना वाले दिन अभद्रता भी की थी।
मृतक छात्रा की मां ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि 25 सिंतबर को जब उनकी बेटी छमाही टेस्ट देकर करीब 11.30 बजे घर लौटी तो काफी गुमशुम और दुखी थी। कारण पूछने पर उसने मां को बताया था कि उसके साथ स्कूल में बहुत बुरा हुआ है। आज के बाद कभी स्कूल नहीं जाएगी। इसके बाद बिलख-बिलखकर रोने लगी थी।
मां का कहना है कि छात्रा ने उन्हें बताया कि स्कूल में पढ़ाने वाले टीचरऔर प्रधानाचार्य ने उसके साथ बेहद अभद्र व्यवहार किया। उत्तर पुस्तिका छीन ली। फिर जब आधा घंटा रह गया तो दूसरी उत्तर पुस्तिका दी। नाम कटवाने की धमकी दी। प्रधानाचार्य और टीचर दोनों पर बेहद गंभीर आरोप हैं, जो पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होंगे।
पीड़ित मां ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि उसी दिन वह स्कूल गईं तो वहां प्रबंधक जो कि प्रधानाचार्य की मां हैं, उन्होंने सारी बातें सुनने के बाद उल्टा उनसे ही बदतमीजी शुरू कर दी। आरोप लगाया कि प्रबंधक ने कहा कि उनकी सत्ताधारी दल में पकड़ है, उनका कोई कुछ नहीं कर सकता। उधर, पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। शहर में चर्चा है कि कुछ लोग पर्दे के पीछे रहकर मामले को दबाने का प्रेशर डाल रहे हैं।

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