पुलिस आयुक्तालय सिलीगुड़ी मल्लागुड़ी ओर दार्जिलिंग के डाली पुलिस लाइन में पुलिस शहीदों को किया गया याद
अशोक झा, सिलीगुड़ी: आज सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्तालय मल्लागुड़ी पुलिस लाइन, दार्जिलिंग के डाली पुलिस लाइन, कूचबिहार, मालदा, रायगंज, जलपाइगुड़ी, कलिंगपोंग, अलीपुरद्वार, सीआरपीएफ, एसएसबी, बीएसएफ बालूरघाट आदि मुख्यालय में आज पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। इस पवित्र अवसर पर, हमने उन बहादुर आत्माओं को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कर्तव्य की पंक्ति में अपने प्राणों की आहुति दी। पुलिस आयुक्तालय में पुलिस आयुक्त सी सुधाकर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। दार्जिलिंग के डाली पुलिस लाइन में आयोजित किया गया था, और इसमेंपुलिस अधीक्षक, श्री प्रवीण प्रकाश, आईपीएस, के साथ-साथ दार्जिलिंग पुलिस बल के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे। कहा कि हम उन शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं जिन्होंने कानून को बनाए रखने और नागरिकों की रक्षा करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका साहस और समर्पण हमें लोगों की सेवा में प्रेरित करता रहता है। आइए हम इन नायकों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए एक पल निकालें और उन मूल्यों को बनाए रखने की प्रतिज्ञा करें जिनके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी।पुलिस स्मृति दिवस, जो हर वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है, भारतीय पुलिसकर्मियों की शहादत को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण अवसर है, यह दिन उन बहादुर आत्माओं को याद करने के लिए समर्पित है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जान गंवाई, 1959 में चीन के साथ सीमा पर हुए एक हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में इसकी शुरुआत हुई, इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें श्रद्धांजलि समारोह और शोक सभाएँ शामिल होती हैं, यह दिन समाज में पुलिस बल के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी बनता है। पुलिस स्मृति दिवस कब मनाया जाता है?
पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है, यह दिन पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए समर्पित है, इस दिन विशेष कार्यक्रम और समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिसमें पुलिस बल के सदस्य और आम लोग भाग लेते हैं। इस दिन को क्यों मनाया जाता है?
यह दिन उन बहादुर पुलिसकर्मियों की शहादत को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जान गंवाई, उनके साहस और सेवा भावना को याद करने के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, यह समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करता है। पुलिस स्मृति दिवस की शुरुआत कब हुई थी?पुलिस स्मृति दिवस की शुरुआत 21 अक्टूबर 1959 को हुई थी, इस दिन चीन के साथ सीमा पर तैनात भारतीय पुलिसकर्मियों पर एक हमला हुआ था, जिसमें कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, इस घटना ने पुलिस बल की शहादत को याद करने की परंपरा की नींव रखी। इस दिन के आयोजन में क्या खास होता है? इस दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है, सभी पुलिस थानों और मुख्यालयों पर शोक सभा का आयोजन होता है, जिसमें शहीदों की तस्वीरों के सामने मोमबत्तियाँ जलायी जाती हैं, यह कार्यक्रम पुलिस बल के सदस्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनता है.
इस दिन को मनाने का उद्देश्य क्या है? इस दिन का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल के प्रति सम्मान प्रकट करना और उनकी सेवा को सराहना है, साथ ही, यह समाज में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, यह दिन लोगों को यह याद दिलाता है कि सुरक्षा के लिए पुलिस बल का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।