त्रिपुरा में 668.39 करोड़ रुपये की परियोजनाएं का शुभारंभ किए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
कहा, वामदलों ने 35 साल के अपने शासन के दौरान त्रिपुरा को ''पिछड़ा'' राज्य बनाया
– 2018 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य की सत्ता में आने के बाद ही यहां प्रगति छू रही ऊंचाइयां
बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा के आज धलाई जिले के कुलाई RF विलेज ग्राउंड में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। 668.39 करोड़ रुपये की परियोजनाएं बताई जा रही हैं।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि वामदलों पर 35 साल के अपने शासन के दौरान त्रिपुरा को ”पिछड़ा” राज्य बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2018 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य की सत्ता में आने के बाद ही यहां प्रगति हो सकी।शाह ने विस्थापित ब्रू आदिवासियों के पुनर्वास वाले एक गांव का दौरा करने के बाद यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कम्युनिस्ट शासन के दौरान त्रिपुरा विकास के सभी मानदंडों पर पीछे रह गया था, लेकिन अब प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ”35 साल तक कम्युनिस्टों ने त्रिपुरा पर शासन किया। कम्युनिस्टों ने दावा किया कि उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए काम किया। कांग्रेस ने भी काफी समय तक त्रिपुरा पर शासन किया।लेकिन राज्य के लोग हमेशा गरीब ही रहे। जब भाजपा सत्ता में आई, तब त्रिपुरा में विकास हुआ।” शाह ने कहा कि जब वह 2017 में भाजपा अध्यक्ष के तौर पर त्रिपुरा आए थे और पांच दिन रुके थे, तब केवल 11 लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली थी। उन्होंने कहा, ”धीरे-धीरे हमने अपना काम शुरू किया। हमने कड़ी मेहनत की और सालों की मेहनत के बाद कम्युनिस्टों को सत्ता से बाहर कर पाए।” गृह मंत्री ने कहा कि वामपंथी शासन के दौरान सिर्फ 2.5 प्रतिशत लोगों को नल से पीने का पानी मिलता था और अब 85 प्रतिशत लोगों को पीने योग्य पानी मिलता है। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट शासन के तहत गरीबों को मुफ्त अनाज नहीं मिलता था, लेकिन अब प्रत्येक व्यक्ति को पांच किलोग्राम चावल मिलता है और सभी को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है।शाह ने कहा कि त्रिपुरा में निवेश आया है और लोगों को मुफ्त बिजली और एलपीजी कनेक्शन मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब स्कूल छोड़ने की दर तीन प्रतिशत से भी कम है, जबकि नामांकन 99 प्रतिशत है, लेकिन वामपंथी शासन के दौरान यह दर बहुत खराब थी। उन्होंने कहा, ”विद्रोहियों के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अब त्रिपुरा में शांति है। मां त्रिपुरसुंदरी के आशीर्वाद से त्रिपुरा देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक होगा।आज मुझे अपार खुशी मिल रही है।” ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों ने 40,000 विस्थापित लोगों के पुनर्वास का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ”ब्रू लोग अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे थे। लेकिन वामपंथी सरकार ने उनकी स्थिति सुधारने के लिए कभी कोई कदम नहीं उठाया। अब हम इस पर काम कर रहे हैं और पहले ही 11 गांव बसाए जा चुके हैं, जबकि एक और गांव बसाने का काम जारी है।” शाह ने कहा कि ब्रू लोगों को अब वे सभी स्वतंत्रताएं मिल रही हैं जो किसी अन्य भारतीय नागरिक को मिलती हैं। उन्होंने कहा कि अब उनके पास आधार कार्ड है, वे मतदाता सूची में नामांकित हैं, उनके पास राशन कार्ड हैं और ये सब मोदी सरकार द्वारा सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि पुनर्वासित लोगों को उनके मकान बनाने के लिए 1.5 लाख रुपये, सावधि जमा के रूप में चार लाख रुपये तथा 24 महीने के लिए 5000 रुपये मासिक किस्त के रूप में दिए गए।