Basti News: फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर सम्पत्ति हड़पने के मामले में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी, लेखपाल व राजस्व निरीक्षक समेत सोलह लोगों पर केस दर्ज

Basti News: फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर सम्पत्ति हड़पने के मामले में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी, लेखपाल व राजस्व निरीक्षक समेत सोलह लोगों पर केस दर्ज

उप्र बस्ती जिले में परसरामपुर और वाल्टरगंज थाने की पुलिस ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना कर सम्पत्ति हड़पने के मामले में सोलह लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है।
परसरामपुर थानाक्षेत्र के सेहरिया निवासी महेश प्रताप सिंह ने तहरीर में बताया है कि वह दो भाई हैं। उनके पिता अम्बिकेश्वर सिंह जूनियर हाईस्कूल में अध्यापक थे। वह 30 जून 2012 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं और इसके बाद से पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। आरोप है कि विपक्षियों ने पिता की सम्पत्ति को हड़पने के उद्देश्य से उनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र 12 नवंबर 2013 को जारी करा लिया, जबकि उनके पिता वर्तमान समय में जीवित हैं और ट्रेजरी से पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। ग्राम प्रधान किरन सिंह स्तर से 30 सितंबर 2024 को उनका जीवित प्रमाण पत्र जारी किया गया।

 

आरोप है कि विपक्षियों ने गत 24 सितंबर को परसरामपुर बाजार में उन्हें अपशब्द कहते हुए मारापीटा और मोबाइल तोड़ दिया। जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी फूल कुमार निवासी गंगौरा थाना मुंडेरवा, कौशल किशोर दास ठाकुर रामजानकी मन्दिर अयोध्या, विकास यादव निवासी रतनपुर थाना महुली सन्तकबीरनगर, रामसजीवन निवासी महादेवा थाना हर्रैया बस्ती, रामबचन यादव निवासी सुजानपुर थाना गोसाईगंज अयोध्या, अश्वनी प्रकाश निवासी सन्त मार्केट थाना महानगर लखनऊ, रमेश सिंह उर्फ लेखपाल निवासी सेहरिया थाना परसरामपुर बस्ती, अब्दुल रहमान, सलमान निवासीगण नेदुला थाना परसरामपुर और पुष्पा मिश्रा निवासी गुदनूपुर थाना परसरामपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
वही वाल्टरगंज पुलिस ने जीवित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर वरासत अपने नाम कराने में मुकदमा दर्ज किया है। पिपरहिया निवासी बाल किशुन ने तहरीर देकर बताया है कि उनकी पैतृक सम्पत्ति रुधौली तहसील के केरौना गांव में स्थित है। आरोप है कि उनकी भाभी सावित्री देवी व अन्य ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी, तत्कालीन लेखपाल, राजस्व निरीक्षक को अपने नाजायज दबाव व प्रभाव में करके प्रार्थी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया गया। इसके बाद उनके केरौना स्थित खेत का वरासत करा लिया गया। खेत जोतने-बोने से मना किया तो कहा कि तुम कागज में मर गए हो। कोर्ट के आदेश पर सावित्री, रामरतन, रामपराग निवासीगण केरौना थाना रुधौली के अलावा तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी, तत्कालीन लेखपाल व तत्कालीन राजस्व निरीक्षक के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।

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