नए साल में सिलीगुड़ी आयेंगे सनातनी चिंतक, वक्ता एवं यूट्यूब इनफ्लूएंसर गौतम खट्टर
कहना है कि गाय को काटकर रोटी के साथ खाने वाले और गाय को पहली रोटी खिलाने वाले कभी भाई नहीं हो सकता

– बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने जिसे बताया खुद का फोटोकॉपी
अशोक झा, सिलीगुड़ी: सनातनी जाग रहा…विधर्मी काँप रहा…घुसपैठिया भाग रहा ! सनातन हिंदू एकता यात्रा ! जातपात मिटाओ पिछड़ो बिछड़ो को गले लगाओ। अपनों की घर वापसी कराओ के नारों के साथ देशभर के सनातनियों को एक करने की यात्रा पर निकले सनातनी चिंतक, वक्ता एवं यूट्यूब इनफ्लूएंसर गौतम खट्टर नए साल में दूसरे सप्ताह में सिलीगुड़ी आ रहे है। आपको बता दें कि गौतम खट्टर एक प्रखर वक्ता और सनातनी चिंतक हैं और साथ ही सनातन महासंघ के संस्थापक हैं। खट्टर सनातनी हितों एवं विचारों को लेकर सदैव मुखर रहते हैं। आयोजन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्हें सुनने को लोग आकुल है। वे अपने सनातनी विचारों एवं वक्तव्यों के कारण सुर्खियों में रहते हैं। वह बेबाक बोलते है। अपने धर्म और संस्कृति के बचाने के लिए गुजरात छोड़ देश भर में सनातनियों को जगाने का काम कर रहे है। उनका कहना है कि हनुमान में अपार शक्ति होने के बाद भी वह समुद्र पार नहीं जा रहे थे। जब उन्हें उनकी शक्ति को याद कराया गया तो वह पलक झपकते समुद्र लांघ गए। कुछ इसी प्रकार की शक्ति सनातनियों में है पर वह अपनी शक्ति भूल गए है। उन्हीं को याद करवाना है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने एक शख्स के बारे में कहा कि वह बिल्कुल उनकी तरह है। खुद को सनातन महासंघ का फाउंडर बताने वाले इस शख्स का नाम गौतम खट्टर है। बागेश्वर धाम में इस शख्स ने हिंदू धर्म को लेकर भाषण दिया और उसे धीरेंद्र शास्त्री भी सुन रहे थे।भाषण खत्म होते ही धीरेंद्र शास्त्री ने उस शख्स के भाषण और भाषा शैली को लेकर इतनी तारीफ कर दी कि खुद का फोटोकॉपी तक बता दिया। बांग्लादेश प्रकरण एवं वहां हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में गौतम खट्टर श्रोताओं को कह रहे हैं कि हिंदू- मुस्लिम के नकली भाईचारे के जहर ने हम सबको खत्म कर दिया है। हम समझते हैं कि आज जो बांग्लादेश मे हो रहा है वह हिंदुस्तान में कभी नहीं होगा, ये एक भ्रम है। इतिहास का एक वाकया साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 1971 में जब बांग्लादेश बना तो वहां भुखमरी आ गई थी और वहां मुस्लिम भूखे मर रहे थे। तब ढाका में स्थित इस्कॉन मन्दिर सबको खाना खिला रहा था। लेकिन आज जब वहां विद्रोह हुआ तो सबसे पहले इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया और सभी पुजारियों को बंधक बना लिया गया। हिंदुओ को और उनकी दुकानों और घरों को निशाना बनाया गया। वीडियो में आगे कह रहे हैं कि “गाय को काटकर रोटी के साथ खाने वाले और गाय को पहली रोटी खिलाने वाले कभी भाई नहीं हो सकते।” खट्टर आगे कहते हैं कि सनातनी किसी का प्रतिकार नहीं करें, हिंसक नहीं बनें लेकिन अपने बचाव के लिए साधन जरूर बनाए और अपनी आत्मरक्षा के लिए सामान जरूर रखे I उनका कहना है कि हमें जातिवाद के जहर को त्यागना होगा और एकजुट होना होगा तभी हम अपना अस्तित्व बचा पायेंगे। मुस्लिम एक चांद सितारे के नीचे एकजुट है, उनमें कोई जातिवाद का भेद नहीं है। उन्होंने आह्वान किया कि संकल्प लो कि हम जातिवाद को खतम करेंगे और ॐ ध्वज के नीचे इकट्ठा होंगे तभी हम सुरक्षित रह पायेंगे। बांग्लादेश में किसी ने नहीं पूछा कि कौन जात है, बस उन्होंने देखा कि हिंदू है इनको मारो। उनका कहना है कि सनातनियों ने हमेशा सम्पूर्ण विश्व को अपने परिवार की तरह माना, जबकि बाकी दुनिया ने व्यापार की तरह देखा। सनातनी हमेशा सभी प्राणियों के कल्याण की भावना करते हैं, जबकि इस्लाम में कुरान की आयतें काफिरों को समाप्त करने या धर्मांतरण पर बल देती हैं। उन्होंने बाइबल को उद्धृत करते हुए कहा कि सेक्शन 34, 35, 36 में तीन जगह पर लिखा गया है कि बाइबल विश्व मे शांति के लिए नहीं है। परिवार की एकरूपता को विखंडित कर परिजनों के बिखराव की जननी है। उनका कहना है कि कहा कि जो कश्मीर फाइल, केरल फाइल को एक परिकल्पना बताते थे वह आज बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को देखकर अपनी भावी पीढ़ी की सुरक्षा एवं देखभाल के लिए सजग एवं सबल बनें।