बिहार सीएम के पायलट को किया गया निलंबित, कारण जान हो जाएंगे हैरान
मुख्यमंत्री के मुरीद हुए जनप्रतिनिधि, कल तक भेज रहे थे मांगपत्र आज से भेज रहे बधाई और धन्यवाद पत्र
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के मुरीद हो गए है सत्ता और विपक्ष के जनप्रतिनिधि। प्रगति यात्रा के दौरान सीएम के साथ प्रभारी मंत्री सह- अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो जमा खान, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी एवं पीएचइडी मंत्री नीरज कुमार बबलू भी साथ मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने खुले शब्दों में कहा कि किशनगंज जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जायेगा। बिहार में हर क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और तेजी से काम होगा। उनकी इन बातों और की गई मांगों को पूरा किए जाने से मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल, जिला पार्षद प्रतिनिधि अहमद हुसैन, पूर्व विधायक मुजाहिद आलम, पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल, पूर्व विधायक सह मंत्री नौशाद आलम, मुश्ताक आलम, राजेश करनानी, अधिवक्ता कौशल यादव, अरुण सिंह, पार्षद अमित सिन्हा, अतुल सिंह, प्रशांत पटेल, किशन बाबू पासवान, जनश्रुति कुमार, अमरजीत पासी, खोखा सरकार आदि प्रमुख उन्हें बधाई और धन्यवाद देते नहीं थक रहे है। कल तक मुख्यमंत्री को मांगपत्र भेजने में व्यस्त ये नेता अब उन्हें बधाई और धन्यवाद पत्र भेजने में व्यस्त है। तीन घंटा विलंब से ही पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटेसरी पंचायत के कटहल डांगी में जीविका दीदियों से बातचीत की। उनके कामकाज की सराहना की कहा, बिहार को महिला सशक्तीकरण का अदभुत उदाहरण है जीविका दीदियां।
सीएम के पायलट को किया गया निलंबित : प्रगति यात्रा में सीएम नीतीश कुमार का हेलिकॉप्टर उड़ाने वाले कैप्टन पर बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने विमान के पायलट कैप्टन विवेक परिमल को संस्पेंड कर दिया है.
यह कार्रवाई ऐसे समय पर की गई है, जब सीएम प्रगति यात्रा कर रहे हैं।कैप्टेन विवेक परिमल पर आरोप है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के बीच वे लगातार सेवा से अनुपस्थित रहे, हेलिपैड की अनापत्ति, को-ऑर्डिनेट, फोटो तथा वीडियो हेलिकॉप्टर संचालक को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी का भी इन्होंने निर्वहन नहीं किया। इसे कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता माना गया है। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इनके निलंबन का संकल्प जारी कर दिया है। कैप्टन विवेक परिमल तीन जनवरी 2025 से लगातार अनुपस्थित है। इनके दोनों मोबाइल भी बंद हैं। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के क्रम में जिलों में हेलिपैड की अनापत्ति (एनओसी), को-ऑर्डिनेट, फोटो, वीडियो हेलिकॉप्टर संचालक को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी का वहन उन्हें निदेशालय का उत्तरदायी प्रबंधक होने के नाते करना था।बताया गया कि कैप्टन परिमल द्वारा वायुयान संगठन निदेशालय में विमान चालक के पद पर पदस्थापित रहते हुए राज्य के अतिविशिष्ट व्यक्तियों जैसे राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं अन्य की उड़ान में उपयोग किए जाने वाले राजकीय विमान किंग एयर सी-90 ए/बी, वीटी-ईबीजी के परिचालन के लिए आवश्यक करेंसी प्राप्त नहीं किया गया।कैप्टेन की अनुपस्थिति के कारण राजकीय विमान के परिचालन के लिए बाहर से अतिरिक्त खर्च कर को-पायलट मंगाना पड़ा। लिहाजा सरकार ने कैप्टन परिमल को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 के नियम 9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय निर्धारित किया गया है।