काशी में कानूनी कार्रवाई की चेतावनी के बाद बंद हुआ रात का धार्मिक लाउडस्पीकर

 

वाराणसी।

बनारस के कैंट थाना अंतर्गत फुलवरिया गाँव में, सिद्ध विनायक कालोनी के पास, काशी कूष्माण्ड विनायक मंदिर पर रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर बजने से लोग सो नहीं पा रहे थे. स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत ‘सत्या फाउण्डेशन’ के हेल्पलाइन नंबर 9212735622 पर की. पुलिस आई और लाउडस्पीकर को बंद करा दिया मगर पुलिस के जाते ही इन लोगों ने फिर से लाउडस्पीकर चालू कर दिया. दोबारा से शिकायत मिलने पर पुलिस पहुंची तो आयोजकों ने बंद करने की बजाय इसे ‘धार्मिक’ रंग देकर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की और लाउडस्पीकर को स्विच ऑफ करने से इनकार कर दिया. इसके बाद ‘सत्या फाउण्डेशन’ के सचिव चेतन उपाध्याय ने फोन करके आयोजकों से कहा कि इतनी रात में लाउडस्पीकर बजाकर, लोगों की नींद खराब करके, आसपास के लोगों की बददुआ ना लें. साथ ही कानून से भी अवगत कराया कि चाहे धार्मिक कार्यक्रम ही क्यों ना हो, साउंड प्रूफ सभागार को छोड़कर, रात 10 से सुबह 6 बजे के बीच किसी भी प्रकार के लाउडस्पीकर पर पूर्ण प्रतिबंध है और दोषी को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम- 1986 के अंतर्गत एक लाख रुपए तक जुर्माना या 5 साल तक की जेल या एक साथ दोनों सजा हो सकती है. आयोजकों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी गई कि अगर तुरंत लाउडस्पीकर बंद नहीं किया गया तो तुरंत ही थाने पर तहरीर देकर मुकदमा कराया जाएगा. इस चेतावनी के तुरंत बाद आयोजकों ने अपने लाउडस्पीकर को स्विच ऑफ करने में भलाई समझी और फिर आसपास के नागरिक चैन की नींद सो पाए.

 

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