सुपरटेक बिल्डर के धोखाधड़ी के शिकार घर खरीदार मांग रहे मोदी से मदद
लखनऊ के संजीव सिन्हा की नोएडा में छत की आस में लूटने की कहानी सुनकर रह जाएंगे हतप्रभ,कोसेंगे सुपरटेक बिल्डर के मालिक आरके अरोरा को
ग्रेटर नोएडा। सुपरटेक बिल्डर द्वारा नोएडा में नियम-कानून को ताक पर रखकर टिवन टॉवर खड़ा करने के बाद उसको जमींदोज होते दुनिया ने देखा लेकिन इस बिल्डर के ठगी के शिकार घर खरीदारों का दुख कोई नहीं देख रहा है। सोशल मीडिया पर इन खरीदारों का दुख-दर्द उमड़ रहा है। सुपरटेक बिल्डर के ठगी के शिकार लखनऊ के संजीव सिन्हा की कहानी सुनकर तो आप रो पड़ेंगे। वह अकेले इनकी तरफ सैकड़ों घर खरीदार खून के आंसू रो रहे हैं लेकिन मीडिया हाउस को इन खरीदारों के आंसू नहीं बिल्डर का दर्द ही दिख रहा है।
लखनऊ के संजीव सिन्हा ने पत्नी विनीता सिन्हा के नाम पर ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक बिल्डर के ईकोविलेज-2 में एक फ्लैट 2014 में बुक किया। संजीव ने अपने जीवन की सम्पूर्ण बचत राशि की एक एक पाई जोड़ कर फ्लैट (यूनिट संख्या H4/1006) बुक करवाया था जिसकी सुपुर्दगी बिल्डर द्वारा 30 सितंबर 2018 को की जानी थी। परंतु बिल्डर द्वारा 5 साल बीत जाने पर भी टॉवर (टावर संख्या H4) में कोई भी कार्य न किये जाने पर प्रार्थिनी ने बिल्डर से अपनी जमा राशि के वापसी की प्रार्थना की और उनके द्वारा वापस न किये जाने पर यूपी रेरा में अपनी राशि मय ब्याज के वापसी हेतु आवेदन किया। यूपी रेरा ने सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ 4488442.22 रुपये का आरसी जारी किया। दो साल बाद भी इस आरसी की वसूली नहीं हो सकी है। संजीवन ने सेवानिवृत्ति के पश्चात अपने रहने का ठिकाना बनाने के लिए अपने पैतृक आवास में नवीनीकरण एवम मरम्मत का कार्य करवाना चाह रहे हैं। यूपी रेरा के आदेश के बाद इनके पैसे की वसूली नहीं हो सकी। सुपरटेक बिल्डर ने इको विलेज-4 के हजारों घर खरीददारों के साथ ठगी की है और 2010 से बुक किए गए फ्लैट्स की सुपुर्दगी आज 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी नही हुई। परिणाम स्वरूप सभी दर दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। लाखो रुपए इस धोखेबाज बिल्डर को देने के बाद भी EMI चुकता कर रहे है साथ ही किराया भी दे रहे हैं। संजीव ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मदद की मांग करते हुए ईको विलेज-2 के घर खरीदारों के साथ न्याय दिलाने की मांग की है।