बांग्लादेश में 8 दिनों में ही लगभग 7,000 करोड़ टका का विदेशी मुद्रा भंडार

हसीना सरकार के दौरान लगभग 234 अरब डॉलर की हेराफेरी का आरोप

बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: बांग्लादेश के सत्ता से जब शेख हसीना को बेदखल किया गया और मोहम्मद यूनुस को सत्ता संभालने की जिम्मेदारी मिली तब ऐसा लग रहा था कि यूनुस देश को जल्द ही पटरी पर लेकर आएंगे।लेकिन 6 महिने से ज्यादा समय होने के बावजूद भी देश की हालात वैसे ही हैं। देश के खराब हालात को देख कर अब यूनुस सरकार बड़ा फैसला लिया है। बता दें यूनुस सरकार एक खास कानून लाने जा रही है, जिसका मकसद बांग्लादेश से कथित रूप से विदेश भेजे गए अरबों डॉलर को वापस लाना है। 234 अरब डॉलर की हेराफेरी: मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि साल 2009 से 2024 तक हसीना सरकार के दौरान लगभग 234 अरब डॉलर की हेराफेरी की गई। इसके अलावा, बैंकिंग सिस्टम से करीब 17 अरब डॉलर की चोरी हुई। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में पूर्व पीएम हसीना और उनके परिवार के सदस्यों सहित 11 प्रमुख व्यक्तियों और कंपनियों की जांच कर रही है। 43 लाख अमेरिकी डॉलर की रेमिटेंस : इस बीच, बांग्लादेश में विदेशों से भारी मात्रा में विदेशी पैसे आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मार्च महीने के पहले 8 दिनों में 81 करोड़ 43 लाख अमेरिकी डॉलर की रेमिटेंस बांग्लादेश में आई है, जो भारतीय मुद्रा में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इस हिसाब से, प्रतिदिन औसतन 10 करोड़ 18 लाख अमेरिकी डॉलर की रेमिटेंस बांग्लादेश पहुंच रही है। बांग्लादेश बैंक के अनुसार, मार्च के पहले 8 दिनों में 81 करोड़ 42 लाख 90 हजार अमेरिकी डॉलर की रेमिटेंस आई, जबकि फरवरी और जनवरी में इसी अवधि के दौरान क्रमशः 67 करोड़ 10 लाख डॉलर और 53 करोड़ 52 लाख डॉलर की रेमिटेंस प्राप्त हुई थी. इस तुलना में मार्च में विदेशी मुद्रा प्रवाह में वृद्धि दर्ज की गई है।
रेमिटेंस पर निर्भर करता है GDP: बांग्लादेशी वेबसाइट बीफर्स्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया कि बांग्लादेश की जीडीपी का 6 से 7 प्रतिशत भाग रेमिटेंस पर निर्भर करता है। अगर विदेशी धन प्रवाह बंद हो जाता है, तो देश की अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ने लगती है। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई थी, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा प्रवाह में वृद्धि देखी जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च के पहले 8 दिनों में सरकारी स्वामित्व वाले बैंकों के माध्यम से 23 करोड़ 13 लाख 50 हजार अमेरिकी डॉलर बांग्लादेश पहुंचे हैं। इसके अलावा, विशेष बैंकों से 6 करोड़ 84 लाख 50 हजार डॉलर, निजी बैंकों से 51 करोड़ 29 लाख 40 हजार डॉलर और विदेशी बैंकों से 15 लाख 40 हजार डॉलर की रेमिटेंस आई है। बांग्लादेश बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2 से 8 मार्च के बीच 78 करोड़ 42 लाख डॉलर की रेमिटेंस आई, जबकि 1 मार्च को 3 करोड़ 80 हजार डॉलर प्राप्त हुए. वहीं, फरवरी और जनवरी में क्रमशः 252 करोड़ 76 लाख 40 हजार डॉलर और 218 करोड़ 52 लाख डॉलर की विदेशी मुद्रा बांग्लादेश पहुंची थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2024 के पहले दो महीनों में ही बांग्लादेश को 10,500 करोड़ टका की रेमिटेंस प्राप्त हुई। इसके अलावा, मार्च के पहले 8 दिनों में ही लगभग 7,000 करोड़ टका की विदेशी मुद्रा बांग्लादेश पहुंच चुकी है। यह धनराशि कहां से आ रही है और इसका उपयोग किस उद्देश्य से किया जा रहा है, इस पर अब कई सवाल उठने लगे हैं।

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