अशोक झा/ सिलीगुड़ी: दुर्गापुर मेडिकल कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक दुराचार और राजगंज में राजवंशी नाबालिग के साथ दुराचार को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की ओर से सिलीगुड़ी थाना का घेराव किया गया। प्रदर्शन को देखते हुए थाना का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था। प्रदर्शनकारियों को अंदर जाने से उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। जिसके कारण उनकी सुरक्षकर्मियों से तीखी झड़प भी हुई। गेट बंद होने से नाराज़ भाजपा नेताओं ने सुरक्षाकर्मियों से बहस की और उनसे पूछा कि क्या यही है राज्य में सुरक्षा। वही दूसरी ओर भाजपा की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी के नेतृत्व में अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें पीड़िता से मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों को कहा कि ‘जिस तरह आज वह अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. वैसी ही ड्यूटी अगर वह पहले निभाते तो मेडिकल छात्रा के साथ इतनी बड़ी घटना नही होती।
यूपी में ऐसी घटना के आरोपियों का एनकाउंटर होता है- भाजपा सांसद
छात्रा के साथ रेप मामले को लेकर रविवार को भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी दुर्गापुर मेडिकल कॉलेज में प्रबंधन से बात करने के लिए अस्पताल पहुंच गई, इस दौरान अस्पताल के गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उनको अंदर नहीं जाने दिया जिसपर उनकी अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों से खूब बहस हुई. इस दौरान उन्होंने भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश की तुलना करते हुए कहा कि ‘उत्तर प्रदेश मे इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों का एनकाउंटर किया जाता है. जो बंगाल मे नही होता. बंगाल मे आरोपियों को अच्छे से, बहुत हिफाजत और सुविधा के साथ जेल में रखा जाता है. वोट के समय 10-15 दिन पहले उनको छोड़ दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटना कुचबिहार, मालदा, जलपाईगुड़ी और बिरभूम से लेकर दुर्गापुर तक घटना घटती है. उन्होंने सीएम पर बोलते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश और मणिपुर को बीच मे ले आती हैं. बंगाल की जनता ने वोट देकर उनको राज्य की मुख्यमंत्री बनाया है. यहां की महिलाओं ने भी उनको वोट दिया है. इसलिये बंगाल की बात को बंगाल की मुख्यमंत्री को सोंचना और समझना होगा’।
क्या है घटना?
बता दें कि पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की दूसरे साल की छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई थी. पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है. पीडिता के पिता ने बताया कि उसे फोन करके बेटी के साथ हुई दरिंदगी की जानकारी दी गई. पीड़िता की सहेली ने फोन करके उन्हें जानकारी दी कि आपकी बेटी के साथ बलात्कार हुआ है. मेरी बेटी यहां पढ़ती थी. एक सहपाठी उसे खाना खाने के बहाने बाहर ले गया था, लेकिन जब दो-तीन और आदमी आए तो उसने उसे छोड़ दिया और भाग गया. उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया. यह घटना रात 8 से 9 बजे के बीच हुई. हॉस्टल बहुत दूर था और वो यहां खाना खाने आई थी। ममता बनर्जी ने क्या दिया था बयान?
दुर्गापुर में एमबीबीएस छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, ‘लड़कियों को रात में बाहर (कॉलेज) जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्हें अपनी सुरक्षा भी करनी होगी. यह एक वन क्षेत्र है. पुलिस सभी लोगों की तलाशी ले रही है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. जो भी दोषी होगा उसे सख्त सजा दी जाएगी. तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. हम कड़ी कार्रवाई करेंगे. जब ऐसा दूसरे राज्यों में होता है, तो यह भी निंदनीय है. ऐसी घटनाएं मणिपुर, यूपी, बिहार, ओडिशा में हुई हैं; हमें भी लगता है कि सरकार को वहां कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. हमारे राज्य में, हमने 1-2 महीने के भीतर लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, और निचली अदालत ने आरोपियों को फांसी देने का आदेश दिया.’
ममता बनर्जी ने पूछा- पीड़िता रात 12.30 बजे कैसे बाहर आई?
सामूहिक दुष्कर्म मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह एक निजी कॉलेज है। तीन हफ्ते पहले ओडिशा में समुद्र तट पर तीन लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था. ओडिशा सरकार द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है? लड़की एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही थी. वह रात 12.30 बजे कैसे बाहर आई? जहां तक मुझे पता है, घटना वन क्षेत्र में हुई थी. मुझे नहीं पता कि क्या हुआ. जांच जारी है. मैं इस घटना को देखकर स्तब्ध हूं, लेकिन निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अपने छात्रों और विशेष रूप से लड़कियों का ध्यान रखना चाहिए। विवाद बढ़ने के बाद अब मीडिया पर ममता बनर्जी दोष डाल रही है।







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