बहराइच में मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में जीवन रक्षक दवाएं नहीं, बीजेपी विधायक बिफरे
बहराइच : महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध महर्षि बालार्क हॉस्पिटल बहराइच की इमरजेंसी में बाहरी लोग मरीजों का उपचार करते है। इमरजेंसी में जीवन रक्षक दवाएं तक मौजूद नहीं रहती है। इसका खुलासा स्वयं बीजेपी के महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने किया। बकौल विधायक बुधवार की रात उनकी भाभी को हृदयघात हुआ। वे महसी ब्लॉक की प्रमुख भी है। रात में ही विधायक अपने सहयोगियों के साथ गंभीर रूप से बीमार भाभी को लेकर हॉस्पिटल के इमरजेंसी पहुंचे। जहां डॉ. उपेंद्र वर्मा के अलावा कोई मौजूद नहीं मिला। फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ नदारद थे। कुछ देर बाद पांच बाहरी लोग आए। मरीज को इंजेक्शन लगाने की कोशिश शुरु हुई लेकिन कोई इंजेक्शन तक नहीं लगा सका। इमरजेंसी में पेन्टॉफ इंजेक्शन तक मौजूद नहीं था, विधायक को इसे बाहर से खरीदना पड़ा। उन्होंने बताया कि रात में ही पूछताछ करने पर पता चला कि कोई डॉ. आबिद है जो मरीजों को रेफर करते है लेकिन इनके बारे में कोई कुछ बता नहीं रहा है। विधायक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों का कॉकश सक्रिय है। एक-एक करोड़ रुपये के इंजेक्शन खरीद लिये जाते है जबकि जीवन रक्षक दवाएं तक इमरजेंसी में नहीं होती है। गुरूवार को विधायक लाव लश्कर के साथ हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ. ओपी चौधरी के पास पहुंच गए। विधायक ने सीएमएस को बुधवार की रात इमरजेंसी की ड्यूटी में तैनात कर्मियों को बुलाने के लिए कहा। सीएमएस ने फोन कर तैनात कर्मियों को मौके पर बुलाया लेकिन कोई भी नहीं आया। मामला बढ़ता देख कुछ देर बाद डीएम डॉ. दिनेश चन्द्र भी हॉस्पिटल पहुंच गए। विधायक ने बताया कि मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर सरकार दृढ़संकल्प है। इसमें हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।