गोण्डा।
आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला बाल सम्मान कोष योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा, अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री संतोष कुमार सोनी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने योजना की वर्तमान प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजना का अधिकतम लाभ वास्तविक जरूरतमंद महिलाओं एवं बालिकाओं तक पहुंचे, इसके लिए सभी विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई महिला बाल सम्मान कोष योजना का उद्देश्य लैंगिक हिंसा, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा, एसिड अटैक जैसी घटनाओं से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को शीघ्र सहायता, पुनर्वास एवं न्याय दिलाना है।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ितों की पहचान, उनके पुनर्वास, चिकित्सा, काउंसलिंग, विधिक सहायता तथा अन्य आवश्यक सेवाएं समयबद्ध एवं प्रभावी ढंग से उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि सभी प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और कोष की धनराशि का उपयोग पारदर्शी ढंग से किया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि जनपद में पीड़ित महिलाओं के लिए चिकित्सीय सहायता हेतु समुचित व्यवस्था की गई है तथा काउंसलिंग एवं मनोवैज्ञानिक सहयोग के लिए विशेषज्ञों की तैनाती है। जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री संतोष कुमार सोनी ने योजना के अंतर्गत अब तक की गई कार्यवाही और उपलब्धियों की जानकारी साझा की।
अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार ने कहा कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु ब्लॉक स्तर तक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया और जनजागरूकता अभियान चलाकर अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक योजना की जानकारी पहुंचाई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि यह योजना महिलाओं की गरिमा एवं आत्मबल को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, और इसका क्रियान्वयन गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ किया जाए।






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