बस्ती जिले में लिटिल फ्लावर्स स्कूल, मधुपुरम, वाल्टरगंज में बुधवार को गायन प्रतियोगिता का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में कक्षा नर्सरी से कक्षा 2 तक के कुल 108 नन्हें प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था के प्रबंधक सुरेन्द्र प्रताप सिंह एवं निदेशिका अपर्णा सिंह ने माँ सरस्वती एवं विद्यालय-स्थापिका स्व. मधुरानी सिंह के चित्र पर पुष्पार्पण, माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने सभी का मन मोह लिया।
कक्षा नर्सरी के नन्हें बच्चों ने अपनी मधुर एवं आकर्षक प्रस्तुतियों से उपस्थित जनों को प्रभावित किया। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के रूप में स्नेहलता पाठक एवं अंकिता पाण्डेय उपस्थित रहीं, जिन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों का सूक्ष्म अवलोकन करते हुए निष्पक्ष मूल्यांकन किया।
प्रबंधक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि संगीत और स्वर में अद्भुत शक्ति होती है, जो न केवल मन को आनंदित करती है बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है। निदेशिका अपर्णा सिंह ने बाल-प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा ऐसी प्रतियोगिताएँ बच्चों की आंतरिक क्षमताओं को पहचानने का माध्यम बनती हैं और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं। शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञानार्जन नहीं, बल्कि सशक्त समाज एवं स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण भी है।”
प्रधानाचार्या वंदना सिंह ने सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि संगीत का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। वहीं, शशि त्रिपाठी ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार प्रकट किया तथा निदेशिका एवं प्रबंधक महोदय के गरिमामयी उपस्थिति के लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था के प्रबंधक सुरेन्द्र प्रताप सिंह एवं निदेशिका अपर्णा सिंह ने माँ सरस्वती एवं विद्यालय-स्थापिका स्व. मधुरानी सिंह के चित्र पर पुष्पार्पण, माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने सभी का मन मोह लिया।
कक्षा नर्सरी के नन्हें बच्चों ने अपनी मधुर एवं आकर्षक प्रस्तुतियों से उपस्थित जनों को प्रभावित किया। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के रूप में स्नेहलता पाठक एवं अंकिता पाण्डेय उपस्थित रहीं, जिन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों का सूक्ष्म अवलोकन करते हुए निष्पक्ष मूल्यांकन किया।
प्रबंधक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि संगीत और स्वर में अद्भुत शक्ति होती है, जो न केवल मन को आनंदित करती है बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है। निदेशिका अपर्णा सिंह ने बाल-प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा ऐसी प्रतियोगिताएँ बच्चों की आंतरिक क्षमताओं को पहचानने का माध्यम बनती हैं और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं। शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञानार्जन नहीं, बल्कि सशक्त समाज एवं स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण भी है।”
प्रधानाचार्या वंदना सिंह ने सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि संगीत का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। वहीं, शशि त्रिपाठी ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार प्रकट किया तथा निदेशिका एवं प्रबंधक महोदय के गरिमामयी उपस्थिति के लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।






Hits Today : 5052
Who's Online : 29