पूर्व फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने शुरू किया “प्ले फॉर तीस्ता’ अभियान

सिक्किम के पीड़ितों को राहत पहुंचाने की पहल

सिलीगुड़ी: पूर्व फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने कहा, “हमने कल ही एक अभियान ‘प्ले फॉर तीस्ता’ शुरू किया है। इसमें संपूर्ण तीस्ता बिल्ड, सिक्किम और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। क्योंकि तीस्ता सिक्किम से होकर पश्चिम बंगाल और भारत से बाहर बांग्लादेश तक जाती है। इसलिए पूरा निर्माण प्रभावित हुआ है। हम राहत कार्यों के लिए धन जुटाने के लिए एक अभियान शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसलिए हमने कल से एक राहत अभियान शुरू किया है। जहां हम सभी लोगों को कुछ खेल खेलने, उन खेलों के माध्यम से धन जुटाने के लिए कह रहे हैं। और उस धनराशि को बाढ़ से प्रभावित लोगों को भेजें। उत्तर बंगाल सेवा भारती, कंचनजंगा सेवा भारती, सिलीगुड़ी इस्कॉन मंदिर, कल्याणी वेलफेयर सोसायटी आदि लगातार सेवा कार्य में लगी है। तीस्ता की बाढ़ से 25 हजाार लोग प्रभावित हुए हैं। 1200 घर बह चुके हैं। मरने वालों की संख्या 74 हो गई है, जबकि 101 लोग अब भी लापता हैं। सिक्किम में 23 शव मिले, जबकि सेना के 8 जवानों के शव पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में मिले हैं। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी कलेक्टर परवीन शमा ने कहा कि उन्हें बाढ़ में बहकर आए 41 शव मिले हैं। 2600 टूरिस्ट की लिस्ट तैयार, सेना ने मेडिकल-फूड और शेल्टर दिया
​​​​​​​सबसे ज्यादा बर्बाद हुए चुंगथांग में सेना ने पुल बनाने शुरू कर दिए हैं। ताकि फंसे हुए लोगों और टूरिस्ट्स को निकाला जा सके। सेना ने 63 विदेशी और 2000 देश पर्यटकों की लिस्ट तैयार की है। इनके रेस्क्यू के साथ-साथ इन्हें इलाज, खाना और शेल्टर दिया गया है। राज्य सरकार ने लहोनक और शाको झील पर होने वाली हलचलों पर नजर रखने के लिए इसरो से मदद मांगी है। ताकि एक और आपदा से बचा जा सके। अब तक करीब 170 लोगों को निकाला: सेना ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि सोमवार को मंगन जिले के लाचेन और लाचुंग गांवों में फंसे 149 नागरिकों को एयरलिफ्ट किया गया था। इस काम में भारतीय वायु सेना का M8, F4, F7, C2, MI17 और चिनूक हेलिकॉप्टर लगे हुए हैं। मंगलवार को भी हेलिकॉप्टर रेस्क्यू के दूसरे दिन फंसे हुए 18 लोगों का पहला बैच मंगन के रिंगिम हेलीपैड पहुंचा। सिक्किम के चीफ सेक्रेटरी ने सेंट्रल कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा को बताया कि सिक्किम सरकार ने इसरो से लहोनक और शाको चू झील पर निगरानी रखने के लिए इसरो से संपर्क किया है। ताकि एक और आपदा से बचा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि टेलीकॉम कनेक्टिविटी की कमी के कारण राहत और बचाव कार्यों में परेशानी हो रही है। हालांकि बीएसएनएल ने कम्युनिकेशन दोबारा बहाल करने के लिए सेना के साथ 5 वीसैट यूनिट और टेक्नीशियन को हेलिकॉप्टर से लाचेन, लाचुंग, चुंगथांग, चैटन और थेंग में भेजने वाला है।
ऐसा था तीस्ता में आई बाढ़ का मंजर जब बादल फटा तो झील इतना पानी रोक नहीं पाई। इससे तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। नदी का जलस्तर 15 से 20 फीट तक बढ़ गया। नदी से लगे इलाके में ही आर्मी कैंप था, जो बाढ़ में बह गया और यहां खड़ी 41 गाड़ियां डूब गईं। 10 सेकंड में 13,000 करोड़ के तीस्ता-3 हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का 60 मीटर ऊंचा बांध बाढ़ से पूरी तरह बह गया। वहीं, दिखचू, सिंगतम और रांगपो शहर पानी में डूब गए हैं। बाढ़ में सिक्किम को देश से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे NH-10 भी बह गया है। @ रिपोर्ट अशोक झा

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