बस्ती के बेटे ने जापानी बहू के संग लिए सात फेरे

बस्ती के बेटे ने जापानी बहू के संग लिए सात फेरे

उप्र बस्ती जिले के दुबौलिया ब्लॉक के डेईडिहा गांव में रविवार को साफ्टवेयर इंजीनियर अजीत त्रिपाठी और जापान के टोक्यो की रहने वाली मार्केटिंग मैनेजर मसाको ने हिन्दू रीति रिवाज से सात फेरे लिए। दोनों परिवारों की रजामंदी से हुई इस शादी का क्षेत्र में खूब चर्चा है।डेईडिहा गांव निवासी किसान राजेंद्र त्रिपाठी के बड़े बेटे अजीत त्रिपाठी ने 2012 में पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी से बीटेक किया था। 2014 में जापान की राजधानी टोक्यो में हिकारी तुल्सेन कम्पनी में बतौर साफ्टवेयर इंजीनियर उन्हें नौकरी मिली थी। 2020 में टोक्यो में ऑनलाइन मार्केटिंग मैनेजर के पद पर कार्यरत वहीं की रहने वाली मसाको से उनकी दोस्ती हुई। दोनों ने शादी करने का फैसला किया। दोनों के परिजन भी राजी हो गए। शनिवार को मसाको अपनी मां शसिको और पिता नोरी फुमी और दो दोस्तों संग बस्ती पहुंची। रविवार की रात बड़ेवन स्थित एक मैरेज हाल में भारतीय परिधान में सजी, हाथों में मेहंदी लगाए मसाको ने अजीत के गले में वरमाला डाली। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच अग्नि को साक्षी मान दोनों ने सात फेरे लिए। सोमवार की सुबह मैरेज हाल से मसाको अपनी ससुराल पहुंची। घर और गांव की महिलाओं ने पूरी परंपरा के साथ जापानी बहू का स्वागत किया। मंगलवार को जापानी दुल्हन प्रेम के प्रतीक ताजमहल को देखने आगरा जाएगी। भारत में कुछ और शहरों में घूमने के बाद दोनों जापान चले जाएंगे।अब मैं भारतीय बहू हूंहल्दी की रस्म, वरमाला, कन्यादान और सिन्दूरदान समेत सभी वैवाहिक रस्मों को मसाको और उसके माता-पिता ने खुशी-खुशी पूरा किया। जापान से साथ में आए भारतीय दोस्तों ने मसाको के बड़े भाई का फर्ज निभाया। मसाको ने कहा कि जब पति हिन्दुस्तानी है तो शादी भी यहां के रस्मों रिवाज से करने की इच्छा थी। ताकी यहां के लोगों को यह न लगे मैं यहां की संस्कृति परम्परा की सम्मान नहीं करती हूं। कहा कि मैं भले ही जापान से हूं लेकिन शादी के बाद अब मैं भारतीय बहू हूं। और अब भारत भी मेरा देश और भारतीय संस्कृति ही मेरी पहचान है

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