शिक्षा मंत्री पर हमले के विरोध में तृणमूल छात्र उतरे सड़क पर

शिक्षा मंत्री पर हमले के विरोध में तृणमूल छात्र उतरे सड़क पर

– जनता के दबाव में हटाना पड़ा वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा किया गया सड़क जाम

अशोक झा, कोलकोता: जादवपुर विश्वविद्यालय के सामने शनिवार शाम वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा किया गया सड़क जाम जनता के दबाव में हटाना पड़ा। छात्र छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर सड़क पर बैठ गए थे, लेकिन आम लोगों की नाराजगी और विरोध के कारण उन्हें रास्ता खाली करना पड़ा।इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी गाड़ी की हवा भी निकाल दी। मंत्री ने बातचीत की कोशिश की तो छात्रों का समूह और उत्तेजित हो गया। इस दौरान मंत्री की गाड़ी और उनके साथ मौजूद दो पायलट गाड़ी में तोड़फोड़ की गई।मंत्री ने बताया कि गाड़ी के टूटे कांच के टुकड़े लगने से वह घायल हो गए और उन्हें एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद ब्रात्य बसु ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका कहना है कि वे चार छात्र प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए तैयार थे लेकिन पूरी भीड़ अगर हंगामा करेगी तो यह स्वीकार्य नहीं। इस मामले में कुलपति को कार्रवाई करनी चाहिए।ब्रात्य बसु तृणमूल समर्थित शिक्षकों के संगठन वेबकूपा की बैठक में शामिल होने के बाद विश्वविद्यालय परिसर से निकल रहे थे। इसी दौरान वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी कार को घेर लिया और गाड़ी की हवा निकाल दी। जब शिक्षामंत्री छात्रों से बात करने आए तो उनके खिलाफ नारेबाजी तेज हो गई। फिर कुछ छात्रों ने उनकी गाड़ी और उनके काफिले में शामिल वाहनों पर हमला कर दिया।हंगामे के दौरान यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसर घायल हो गए, जिनमें शिक्षक संगठन के सदस्य ओमप्रकाश मिश्रा भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों ने उन्हें लाठी लेकर दौड़ाया। विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों ने किसी तरह उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। संघर्ष के दौरान एक छात्र का सिर फट गया, जबकि दो प्रोफेसरों को गंभीर चोटें आईं। इन घटनाओं के बाद विश्वविद्यालय परिसर में जबरदस्त तनाव फैल गया।जादवपुर यूनिवर्सिटी में लंबे समय से छात्रसंघ चुनाव की मांग उठ रही है। शनिवार को जब ब्रात्य बसु वेबकूपा की बैठक में पहुंचे, तब एसएफआई, आईसा और डीएसएफ जैसे वामपंथी छात्र संगठनों ने छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। वे विश्वविद्यालय के गेट नंबर दो पर धरने पर बैठ गए, जबकि तृणमूल कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन टीएमसीपी ने उनके खिलाफ मानव श्रृंखला बना ली। परिस्थिति बिगड़ते देख मंत्री को विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन से अंदर ले जाना पड़ा और ओपन एयर थिएटर के पिछले हिस्से से मंच तक पहुंचाया गया।

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