जनता की समस्याओं का समाधान ना करने वाले अफसरों पर मुख्यमंत्री की नजर टेढ़ी
जनता की समस्याओं का समाधान ना करने वाले अफसरों पर मुख्यमंत्री की नजर टेढ़ी
*- दूसरे दिन भी लखनऊ में मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कर सुनीं 170 लोगों की समस्याएं*
*- सीएम योगी ने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी निस्तारण के दिये निर्देश*
*- जिन जिलों से लगातार समस्याएं लेकर आ रहे लोग, उनके अधिकारियों पर गिर सकती है गाज*
*- थाना, ब्लॉक और तहसील लेवल पर जनता की समस्या ना सुनने वाले अफसर किये जाएंगे पैदल*
*लखनऊ, 28 जुलाई।* मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार को जनता दर्शन कार्यक्रम में 170 लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी समस्याओं को उनके सामने रखा। इस दौरान मुख्यमंत्री एक एक कर सभी से मिलने पहुंचे और समस्याओं को ना सिर्फ सुना बल्कि आलाधिकारियों को उसके गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी निस्तारण के लिए निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए फरियादियों की समस्याएं सुनने के बाद डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को ऐसे जिलों की लिस्ट बनाने के लिए भी कहा जहां से लोग लगातार समस्याएं लेकर आ रहे हैं। उन्होंने थाना, ब्लॉक और तहसील स्तर पर सही ढंग से समस्याओं का निस्तारण ना करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भी आलाधिकारियों को निर्देशित किया।
जनता दर्शन के दौरान सीएम योगी ने फरियादियों को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। उनकी हर समस्या का समाधान निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से जल्द से जल्द कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी प्रार्थना पत्रों को विषयानुसार प्रशासन व पुलिस के अफसरों को हस्तगत करने के निर्देश दिये। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि हर परेशान व्यक्ति के साथ पूरी तरह संवेदनशील रवैया अपनाया जाए और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान कर उन्हें संतुष्ट किया जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता दर्शन में ज्यादार लोग गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर आए थे। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज संबंधी इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण करते हुए जल्द शासन को उपलब्ध कराया जाए। हर जरूरतमंद को इलाज के लिए भरपूर सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं भूमि और संपत्ति विवाद के मामलों को संबंधित अधिकारियों को भेजकर जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिये।