वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनने की राह पर आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेशः नन्दी

वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनने की राह पर आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेशः नन्दी

*देश के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना हम सभी का स्वप्न और संकल्प दोनोंः नन्दी*

*ओप्पो मोबाइल इंडिया फैक्ट्री में आयोजित साइबर संगिनी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी*

*युवाओं को कौशल विकास माध्यम से सशक्त बनाने और महिलाओं व बेटियों को साइबर संगिनी बनाने के लिए ओप्पो इंडिया ने टीएसएससी और सीएससी से किए एमओयू साइन*

उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी की अध्यक्षता में ओप्पो मोबाइल इंडिया फैक्ट्री ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार को साइबर संगिनी कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें ओप्पो इंडिया ने भारत के इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी की उपस्थिति में कौशल विकास कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी) और ग्रामीण एवं अर्ध शहरी क्षेत्र की महिलाओं व बेटियों को प्रशिक्षित करते हुए साइबर संगिनी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीएससी अकादमी के साथ हाथ मिलाते हुए एमओयू साइन किए।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भारत सरकार के साथ कौशल विकास पहल के माध्यम से युवाओं को सक्रिय रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहा है। मंत्री नन्दी ने कहा कि टीएसएससी और सीएससी अकादमी के साथ ओप्पो इंडिया का सहयोग समावेशी विकास और डिजिटल परिवर्तन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। तीव्र तकनीकी प्रगति और साइबर खतरों के सामने कार्यबल को आवश्यक कौशल से लैस करना महत्वपूर्ण है। यह सहयोगात्मक दृष्टिकोण भारत की समग्र प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, जिससे हमारा देश डिजिटल युग की चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर रूप से तैयार हो जाएगा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश लगातार त्वरित एवं पारदर्शी व्यवस्था के निर्माण हेतु डिजिटल साक्षरता और जागरूकता को बढ़ावा दे रहा है। मंत्री नन्दी ने कहा कि ओप्पो इंडिया द्वारा साइबर संगिनी कार्यक्रम के तहत प्राथमिकता के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका क्रियान्वयन हमारी सरकार के समावेशी एवं सतत विकास की नीतियों के अनुरूप है। देश के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना हम सभी का स्वप्न और संकल्प दोनों है।
ओप्पो इंडिया के अधिकारियों द्वारा साइबर संगिनी के बारे में बताते हुए कहा गया कि वर्तमान में आंध्र प्रदेश और झारखंड में साइबर संगिनी को लागू किया जा रहा है। अब तक इस पहल के तहत 5,000 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस सफलता के आधार पर, कार्यक्रम के नए चरण में उत्तर प्रदेश में 2500 महिलाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा समर्थित, साइबर संगिनी कार्यक्रम देश भर में 10,000 महिलाओं को साइबर सुरक्षा और साइबर कल्याण में प्रशिक्षित करने के लिए वर्ष की शुरुआत में शुरू किया गया था, अंततः उन्हें साइबर सुरक्षा राजदूत के रूप में प्रमाणित किया गया।
सीएससी अकादमी के सीईओ ऋषिकेश पाटणकर ने इस कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि तेजी से डिजिटल होती दुनिया में साइबर संगिनी कार्यक्रम महिलाओं को अपने समुदायों में साइबर सुरक्षा जागरूकता और समर्थन में सबसे आगे रहने के लिए सशक्त बनाता है। ओप्पो इंडिया के साथ हमारा सहयोग साइबर संगिनी कार्यक्रम भारत के नागरिकों की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।

कार्यक्रमों पर विचार साझा करते हुए, ओप्पो इंडिया के सार्वजनिक मामलों के उपाध्यक्ष, श्री विवेक वशिष्ठ ने कहा, “ओप्पो इंडिया में हम इस डिजिटल क्रांति को टिकाऊ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के साथ जुड़े हुए हैं। डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से समावेशी सामाजिक और आर्थिक विकास। इस वर्ष की शुरुआत में, हमने उत्तर प्रदेश में साइबर संगिनी कार्यक्रम को सशक्त बनाने के लिए सीएससी अकादमी के साथ साझेदारी की। यह साइबर अपराध से निपटने और सभी उम्र के उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने की दृष्टि को दर्शाता है।
सामान्य सेवा केंद्रों के बारे में सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) डिजिटल इंडिया पहल के तहत प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। 5.20 लाख से अधिक सीएससी आवश्यक सरकारी और सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं, सामाजिक कल्याण योजनाओं, वित्तीय सेवाओं, शिक्षा और कौशल विकास पाठ्यक्रमों और कई बी2सी सेवाओं तक सहायता प्राप्त पहुंच प्रदान करते हैं। सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड एक विशेष प्रयोजन वाहन (सीएससी एसपीवी) है जिसे सामान्य सेवाओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत वर्ष 2009 में शामिल किया गया था। केंद्र योजना (सीएससी)। सीएससी अकादमी, सीएससी की शिक्षा और सीएसआर विंग, विविध पृष्ठभूमि और शैक्षिक आवश्यकताओं के शिक्षार्थियों के लिए व्यावसायिक शिक्षा तक पहुंच प्रदान करती है। सीएससी ने देश भर में 7,000 सीएससी अकादमी केंद्र (प्रत्येक ब्लॉक में एक) स्थापित करने की योजना बनाई है। शिक्षा और कौशल इन केंद्रों की नींव हैं।
ओप्पो मोबाइल्स इंडिया ने साइबर संगिनी कार्यक्रम के लिए सीएससी अकादमी के साथ साझेदारी की है, जहां हम उचित रूप से डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम के माध्यम से साइबर सुरक्षा और साइबर कल्याण के बुनियादी सिद्धांतों में पूरे भारत के 500 जिलों में 10,000 महिलाओं के प्रशिक्षण का समर्थन करेंगे। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, इन महिलाओं को एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा, जिससे वे उपयुक्त रोजगार के अवसरों के लिए पात्र हो जाएंगी या अपने इलाके में ही आजीविका अर्जित करना शुरू कर देंगी।
इस दौरान ओप्पो इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट पब्लिक अफेयर्स श्री विवेक वशिष्ठ जी, ओप्पो इंडिया के प्रेसीडेंट श्री अल्फा वांग जी, सीईओ सीएससी एकेडमी श्री ऋषिकेश पाटणकर जी, एवीपी टीएसएससी श्री प्रवीण सिरोही जी, जनरल मैनेजर पब्लिक अफेयर्स श्री राकेश भारद्वाज जी, हेड सीएसआर श्रीमती अनुका कुमार जी, ललित कुमार जी व अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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