सीबीआई ने कियातृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक जफीकुल इस्लाम के आवास से किया नकदी बरामद

कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक जफीकुल इस्लाम के आवास से नकदी बरामद की है। सीबीआई अधिकारियों ने विधायक के आवास पर पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के बदले नकदी मामले के सिलसिले में गुरुवार सुबह से तलाशी अभियान शुरू किया है।नवीनतम जानकारी के मुताबिक, विधायक के आवास के वॉशरूम से 8 लाख रुपये से ज्यादा बरामद हुए हैं. केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी अब आवास के अन्य कमरों, विशेषकर विधायक के बेडरूम की गहनता से तलाशी ले रहे हैं क्योंकि वहां भारी नकदी होने का संदेह है। वहां से बरामद नोटों को गिनने के लिए आवास के भीतर पहले से ही कुछ नोट गिनने वाली मशीनें हैं। सूत्रों ने कहा कि अंतिम बरामदगी का आंकड़ा छापेमारी और तलाशी अभियान के साथ-साथ नोटों की गिनती पूरी होने के बाद ही पता चलेगा।नकदी के अलावा, सीबीआई अधिकारियों ने आवास से भारी मात्रा में सोने के आभूषण भी बरामद किए हैं, जिनकी खरीद के पेपर विधायक के परिवार के सदस्यों द्वारा पेश नहीं किए जा सके। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के दोमकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक जफीकुल इस्लाम को शिक्षा स्नातक, शिक्षा इंजीनियरिंग और फार्मेसी में डिप्लोमा पर कई निजी शैक्षणिक संस्थानों से जुड़ा हुआ माना जाता है।जफीकुल इस्लाम से पहले भी पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के पशु तस्करी मामले के सिलसिले में सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ की थी. इस्लाम पहली बार विधायक बने और 2021 के चुनाव में वह दोमकल से छह बार के माकपा विधायक और पूर्ववर्ती वाम मोर्चा शासन में पूर्व मंत्री अनीसुर रहमान को हराने के बाद चुने गए थे। जांच एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और दो पार्षदों समेत टीएमसी के कई नेताओं के आवासों पर छापेमारी की है। इसकी जानकारी मीडिया को सीबीआई के एक अधिकारी ने दी है। अधिकारी ने बताया कि बंगाल के शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। अधिकारी ने यह भी बताया कि जांच के सिलसिले में कोलकाता, मुर्शिदाबाद और कूचबिहार जिलों में और उसके आसपास विभिन्न स्थानों पर छापेमारी जारी है। टीएमसी नेता के ठिकानों पर कार्रवाई :मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई ने मुर्शिदाबाद के डोमकल के विधायक जफीकुल इस्लाम, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता और बिधाननगर से पार्षद देबराज चक्रवर्ती के आवास पर छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों के ठिकानों पर सीबीआई ने कार्रवाई की है। अब उनसे पूछताछ की जा रही है। जानें क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला: बता दें कि पश्चिम बंगाल में साल 2014 से लेकर 2021 के बीच स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से कई भर्तियां की गईं, जिनमें बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया। शिक्षक भर्ती घोटाले में टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के मुताबिक, यह घोटाला तकरीबन 350 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले की जानकारी सामने आने पर शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति की जांच का निर्देश दिया गया था। आरोप था कि एक शिक्षक से इस भर्ती परीक्षा में पास होने के लिए 5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये तक की रिश्वत ली गई थी। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई और कई टीएमसी नेताओं का नाम सामने आया। इसी मामले को लेकर सीबीआई ने छापेमारी की है।रिपोर्ट अशोक झा

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