दीदी का साथ देने चुनावी मैदान में उतरेंगे दादा, आज 30 मिनट तक हुई बैठक
कोलकाता: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नबन्ना स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। इसके बाद बंगाल के सियासी गलियारों में अटकलों और कयासों का दौर शुरू हो गया है।लोकसभा चुनाव से पहले जहां भारतीय जनता पार्टी चुनावी मैदान में कई अभिनेता और खेल जगत के जाने माने चेहरों को उतारने की कोशिश में दिखाई दे रही है उसी बीच बंगाल की सियासत में भी क्रिकेट के एक बड़े चेहरे के जुड़ने की अटकले तेज हो रही है। दरअसल, पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष सौरव गांगुली क्रिकेट के बाद अब राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं। चुनावी माहौल के बीच सौरव गांगुली ने नबन्ना में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इससे पहले भी वह मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं। ऐसे में बातें तेज है की ममता दीदी के साथ मिलकर ‘दादा’ कहे जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सौरव बुधवार बुधवार शाम पौने पांच बजे राज्य प्रशासनिक मुख्यालय गये जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से करीब आधे घंटे तक बातचीत की। फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है की इस चर्चा में आखिर क्या हुआ। बता दें, पिछले कुछ समय से ममता और गांगुली को कई मौकों पर साथ देखा गया है। वहीं कोलकाता में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2023 के दौरान गांगुली को ‘बंगाल का ब्रांड एंबेसडर’ घोषित किया गया था। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है की दादा, ममता दीदी की पार्टी को ज्वाइन कर सकते हैं। एक साल पहले सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह पूर्व दिग्गज गेंदबाज रोजर बिन्नी को नया अध्यक्ष चुना गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक गांगुली को भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधानसभा चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री के चहरे के रूप में राजनीति में उतारना चाहती थी। लेकिन दादा ने तब राजनीति में आने से माना कर दिया था। आपको बता दें कि बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 22 सीट पर जीत दर्ज़ की थी। वहीं भाजपा ने 18 और कांग्रेस के खाते में दो सीटें आई थी। रिपोर्ट अशोक झा