आईआईएम के स्टार्टअप नोएडा को दिला रहे नई पहचान
– शहर में आईआईएम के इनक्यूबेशन प्रोग्राम के तहत मिल रहा स्टार्टअप को साथ
– इस प्रोग्राम में शामिल स्टार्टअप ने शहर में पहली बार खोला पॉड होटल
– शहर के लोगों को कई स्टार्टअप से मिलेगी घर बैठे सुविधा
सौरभ शर्मा, नोएडा
सेक्टर 62 स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ (आईआईएमएल) के कैंपस में एंटरप्राइज इन्क्यूबेशन सेंटर (ईआइसी) के ‘इनक्यूबेशन प्रोग्राम’ के तहत तमाम नए स्टार्टअप को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे ही कई स्टार्टअप कंपनियां शहर में नए नए बिजनेस आइडिया पर काम कर रही है। इनकी लिस्टिंग इन्क्यूबेशन प्रोग्राम में इनके अलग बिजनेस आइडिया की वजह से हुई है। आईआईएमएल कैंपस के एंटरप्राइज इन्क्यूबेशन सेंटर (ईआइसी) के सीओओ डॉ. अरुणोदय बाजपेयी ने बताया कि भारत सरकार की स्टार्टअप इंडिया और प्रदेश सरकार की स्टार्टअप इन यूपी के तहत संस्थान में इनक्यूबेशन प्रोग्राम के तहत तमाम नये स्टार्टअप को चुनकर उनका सपोर्ट करते हैं। इस प्रोग्राम में नए स्टार्टअप चुने जाने के बाद उसकी फंडिंग, देखरेख, तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे ही कई स्टार्टअप हाल में शुरू भी हो चुके हैं।
शहर में पहली बार बजट फ्रेंडली पॉड होटल खुला नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्थित पॉड होटल शहर में पहली बार खुला है। इस कंपनी के सीईओ नितिन ने बताया कि उनके बिजनेस आइडिया को शहर में सबसे अलग और बजट फ्रेंडली होने से चुना गया है। जापान में चल रहे पॉड होटल को देखकर उन्हें इसे शुरू करने का आइडिया आया। होटल लग्जरी होटलों जैसी सुविधाएं कम बजट में देने का काम कर रहा है। जनवरी में इस होटल की शुरुआत की गई है। इस होटल की सबसे खास बात यह है कि इसमें नौकरी पेशा लोगों को पॉड रूम के अलावा भी काम करने के लिए अलग से लाउन्ज एरिया की सुविधा मिलेगी। होटल के लाउंज एरिया और शॉवर को भी कुछ घंटों के लिए बुक किया जा सकता है।
सबसे अच्छे स्ट्रीट फूड की रेटिंग कराएगी पहचान आपके शहर और इसके आसपास मशहूर स्ट्रीट फूड की प्रशंसा सुनी होगी। कई आपकी जानकारी में भी नहीं होंगे। अब आप ऑनलाइन ही अपने पास के बेहरतीन स्ट्रीट फूड की जानकारी ले सकेंगे। इसके लिए रेटिंग सिस्टम है। शहर के तमाम सभी स्ट्रीट फूड की रेटिंग आपको ऑनलाइन एक प्लेटफार्म पर मिलेगी। एक कंपनी के सीईओ मनिक ने बताया कि आपके आसपास के मशहूर स्ट्रीट फूड की दुकानों की पहचान के लिए ऑनलाइन ऐप और वेबसाइट प्लेटफार्म मुहैया कराने का काम उनकी कंपनी ने किया है। शहर के हर एक हर स्ट्रीट फूड वेंडर की रेटिंग आपको इस प्लेटफार्म पर मिलेगी। इस स्टार्टअप को नैशनल टेलीविजन पर एक बिजनेस मीट में भी शामिल किया गया।
दुकान पर बैठकर सर्राफ व्यापारी पसंद करते हैं डिजाइनदेश में पहला बिजनेस-टू-बिजनेस (बी-2-बी) जूलरी स्टार्टअप का दावा करने वाली कंपनी की सीईओ अपूर्वा द्विवेदी ने बताया कि छोटे और बडे सर्राफ व्यापारियों को अब जूलरी की डिजाइन और मूल्य में तुलना के लिए कहीं जाने की जरूरत की नहीं हैं। वह अपने दुकान और घर पर बैठकर ही यह काम कर सकते हैं। इससे सर्राफ व्यापारी को सभी मैन्युफैक्चरर के डिजाइन, रेट आदि को समझकर ऑनलाइन ऐप और वेबसाइट पर ऑर्डर लगाना आसान हो जाएगा। कंपनी के प्लेटफॉर्म पर सभी बड़े मैन्युफैक्चरर मौजूद हैं। शहर के बहुत से छोटे-बड़े व्यापारियों को देश के बड़े-बड़े मैन्युफैक्चरर से सामान खरीदने में आसानी हो रही है।
गर्भवती ऑनलाइन ऐप से ले सकती हैं परामर्शगर्भवती और पहली बार मां बनीं महिलाओं के स्वास्थ्य और देखरेख के लिए एक कंपनी को भी इस प्रोग्राम के तहत चुना गया है। कंपनी की सीईओ नेहा सोंधी ने बताया कि उनकी कंपनी पहली बार मां बनी और गर्भवती महिलाओं के गर्भधारण के दौरान उनके स्वास्थ्य और बच्चों की देखरेख के संबंधित जानकारी देने के लिए ऑनलाइन ऐप और वेबसाइट से काम करती है। इस स्थिति में महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसकी पूरी जानकारी उनको ऑनलाइन ऐप और वेबसाइट से संपर्क करके दी जा सकती है। ऐसे सवालों के जवाब के लिए कंपनी से जुड़े हेल्थ कंसल्टेंट मदद करती है। यह कंपनी में कार्यरत सभी कर्मचारी महिलाएं भी हैं।
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